प्रधानाचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाओं और मेधावी बच्चों को मिला सम्मान।
उझानी। रूमा देवी अहिवरन सिंह इण्टर काॅलेज, कौल्हाई में शिक्षक गौरव सम्मान एवं वार्षिक परीक्षाफल वितरण समारोह हुआ। शिक्षा क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान देने वाले प्रधानाचार्यों, शिक्षक-शिक्षिकाओं और समाजसेवियों के अलावा मेधावी बच्चों को शाॅल ओढ़ाकर, प्रतीक चिन्ह व सम्मान पत्र से विभूषित किया गया।
अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक प्रेमस्वरूप पाठक ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षक श्रेष्ठ ज्ञान का मूल आधार हैं।
विधायक हरीश शाक्य ने कहा कि शिक्षक तप, त्याग और समर्पण की साक्षात मूर्ति हैं। उनके सानिध्य से बहुमूल्य ज्ञान मिलता है।
विधायक एवं पूर्व राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि गुरु व्यक्ति नहीं, शक्ति है। गुरुजनों का शुभाशीष शिष्यों को महान लक्ष्य तक पहुंचाता है।
प्रबंधक टेकचंद्र यादव ने कहा कि शिक्षकों से मिला श्रेष्ठ ज्ञान ही बच्चों की अमूल्य संपत्ति है। हमें अपने गुरुजनों की नित्य आराधना करनी चाहिए।
महात्मां गांधी काॅलेज के पूर्व प्रधानाचार्य यतींद्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा से सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों को पोषण मिलता है। आज शिक्षा सफलता, उपलब्धि और भौतिक प्रगति तक ही सीमित रह गई हैं।
इस्लामियां काॅलेज के पूर्व प्रधानाचार्य खिजर अहमद ने कहा कि बच्चों के जीवन को प्रकाशवान बनाने के लिए अभिभावक बच्चों को शिक्षा की मूलधारा से जोड़ें। प्रधानाचार्य गोपाल शर्मा कहा कि शिक्षा ही जीवन जीने की राह दिखाती है।
समारोह में प्रधानाचार्य यतींद्र कुमार सिंह, खिजर अहमद, एसएन श्रीवास्तव, राम प्रकाश शर्मा, सुभाष चंद्र मिनोचा, सुशील चंद्र सक्सेना समेत प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों व हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में सर्वोच्च अंक पाने वाले अभिषेक, शिवम, सुमित, कुमकुम, अवधेश, विकास, आर्यन, आकाश गौतम, राखी, विमलेश आदि को प्रतीक चिन्ह व अंक पत्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर ग्रीशपाल सिंह सिसौदिया, आनंद मिश्रा, आनंद राघव, राजन यादव, शैलेंद्र यादव, जबर सिंह यादव, एसके पांडेय, अवधेश शाक्य, मुनीश शाक्य, अवनेश सक्सेना, मोहर उपाध्याय, उमेश सक्सेना आदि मौजूद रहे। प्रधानाचार्य डाॅ. बीआर मौर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन अवधेश सक्सेना ने किया।
रिपोर्टर – निर्दोष शर्मा