महर्षि विद्या मंदिर में मदर्स डे पर बच्चों ने मां पर ऐसे लुटाया प्यार कि सभी के आंखों में भर आए आंसु।
बदायूं। महर्षि विद्या मंदिर स्कूल में मदर्स डे मनाया गया कार्यक्रम का आरंभ गुरु पूजा के द्वारा हुआ गुरु पूजा में विद्यालय की ध्यान शिक्षिका एवं ध्यान शिक्षक अर्चना झा, भूपेंद्र खरे द्वारा किया गया l
कार्यक्रम का संचालन पिंकी वासने द्वारा किया गया कार्यक्रम में जज की भूमिका श्रीमती निशी शर्मा तथा अविनाश कौर साहनी ने निभाई विद्यालय की संगीत शिक्षिका मंजू सक्सेना ने कार्यक्रम में एक गाना “तू कितनी सुंदर है तू कितनी प्यारी है ओ मां, ” सुनाकर सभी बच्चों की आंखों में भी आंसू आ गए।
कार्यक्रम में नर्सरी से कक्षा 5 तक के सभी बच्चों को विद्यालय बुलाया गया ,सभी बच्चे अपनी माताओं के साथ विद्यालय आए कार्यक्रम में सर्वप्रथम सभी बच्चों ने अपनी माताओं को तिलक किया मिठाई खिलाई तथा पुष्प माला पहनाकर उनका सम्मान किया l
आज के कार्यक्रम को आकर्षक बनाने के लिए सभी मां के लिए विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन किया गया जिसमें उन्हें गुब्बारे फुलाकर उन पर बैठकर फोड़ना था l
कार्यक्रम में चेयर रेस ,माताओं द्वारा कैट वॉक कराई गई तथा उन्हें माइक पर बुलाकर विद्यालय के बारे में बोलने के लिए कहा गया और कम शब्दों में अपने बच्चे के बारे में अधिकतम कहने को कहा गया इन सभी कार्यक्रम में प्रथम स्थान पर मीना रही। जिन्हें क्राउन पहनाकर सम्मानित किया गया l द्वितीय स्थान पर मंजूलता तृतीय स्थान पर विमलेश रही l
अन्य खेलों में विजई रही मदर्स में पायल,सुरभि,ममता देवी, ममता श्रीवास्तव, पुष्पा, प्रीति, सपना, राजेश्वरी, लवली, राजबाला रही l कार्यक्रम में समाजसेवी एवं पत्रकार विकास बाबू आर्य तथा विद्यालय के शिक्षक राजीव सिंह चौहान ,रतन गुप्ता ,राहुल यादव ,अनूप दीक्षित, अखिलेश गुप्ता, प्रशांत सक्सैना, नितिन गुप्ता ,अंकुर शंखदार, गोपाल शर्मा, लता शर्मा, रंजना शर्मा, रेनू कनौजिया ,अनुराधा शर्मा, अनीता राठौर कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के आज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य अशोक शर्मा ने कहा , कि इस प्रकार के कार्यक्रम को विद्यालय में आयोजित करने का उद्देश्य मात्र यह होता है, जो माताएं ग्रहणी है अधिकतम समय घर पर रहती हैं।
वह विद्यालय आकर ,कार्यक्रम में अपने बच्चों की प्रतिभाओं को देख सकें क्योंकि अधिकतर बच्चों ने अपनी माताओं के लिए कार्ड बनाए थे ,जिसमें उन्होंने अपनी माताओं के बारे में अपने विचार लिखे थे बच्चों के अंदर माता पिता के प्रति आदर सत्कार की भावना उत्पन्न करना भी ऐसे कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य होता है l