सहसवान। क्षेत्र में खुलेआम नए नोटों का अवैध धंधा जोरों पर चल रहा है जिसमें 1000 वाली गड्डी 1150 की दी जाती है 10000 वाली गड्डी 12050 में दी जाती है आखिर सवाल ये उठता है इन दुकानदारों के पास नया नोट आता कहां से है कहीं ना कहीं बैंकों द्वारा साठगांठ कर इस अवैध धंधे को जमकर बढ़ावा दिया जा रहा है जबकि सहसवान नगर में नोटों की धुली हुई गड्डियां भी जमकर बेची जा रही है जिसमें 10 के नोट की गड्डी ऐसी देखने में प्रतीत होती है जैसे कि धुला हुआ नोट हो इनके द्वारा बैंकों से सेटिंग करके नोटों की नई गड्डियां ओबर रेट में जमकर बेची जा रही है वही सवाल यह भी उठता है इन दुकानदारों द्वारा खुलेआम नोटों के हार बनाकर दुकानों पर टांग लिए जाते हैं जिससे बड़ी अनहोनी होने का डर भी लगा रहता है अब से कुछ दिन पहले एक दुकान से नोटों के बाने हार एक महिला लेकर रफूचक्कर भी हो गई इससे भी बड़ी अगर कोई घटना घटित हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा!
रिपोर्टर – सौरभ गुप्ता