नेपाली डीजल- पेट्रोल से भारतीय वाहन दौड़ रहे हैं। नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थ सस्ता होने का असर भारतीय क्षेत्र में साफ दिख रहा है। सीमावर्ती क्षेत्र में पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी तेज हो गई है। तस्करी को देखते हुए नेपाल सरकार ने भारतीय वाहनों की निगरानी शुरू कर दी है। किसी भी भारतीय वाहन को सौ लीटर से अधिक डीजल-पेट्रोल देने पर सख्त मनाही है। 17 से 22 रुपये प्रति लीटर मुनाफा पाने के लिए तस्कर नेपाल के सीमावर्ती रूपनदेही व नवलपरासी जिले से पेट्रोलियम पदार्थों को महराजगंज पहुंचा रहे हैं। तस्करी के इस खेल में डीजल में 22 रुपये व पेट्रोल में 17 रुपये का लाभ मिल रहा है। तस्कर भारत से पगडंडी रास्ते नेपाल में प्रवेश कर रहे हैं। वहां मोटरसाइकिल की खाली टंकी फुल कराकर वापस भारत आ जाते हैं।
भारत से बिना टैक्स नेपाल जाता है तेल
इंडियन आयल कारपोरेशन की तरफ से नेपाल में डीजल- पेट्रोल भेजा जाता है। भारत खरीद मूल्य पर ही नेपाल को आपूर्ति करता है। यहां सिर्फ रिफाइनरी शुल्क लगाया जाता है। भारत की तरफ से नेपाल को 32 रुपये लीटर डीजल व 40 रुपये लीटर पेट्रोल की सप्लाई दी जाती है। इसके बाद नेपाल सरकार की तरफ से वैट व उत्पाद शुल्क लगा कर विभिन्न आयल एजेंसियों को भेजा जाता है। नेपाल में डीजल 59.81 रुपये भारतीय (नेपाली 95.70 रुपये) व पेट्रोल 70.45 भारतीय रुपये (112.70 रुपये नेपाली रुपये) में पंपों पर बिक रहा हैं। जबकि भारत में डीजल 81.62 व पेट्रोल 89.12 रुपये लीटर है। भारत के मुकाबले डीजल में 21.81 व पेट्रोल में 18.67 रुपये का अंतर है।
मुफीद साबित हो रहे पगडंडी रास्ते
तस्करों के लिए सीमा क्षेत्र के पगडंडी रास्ते मुफीद साबित हो रहे हैं। सोनौली, ठूठीबारी सीमा पर चौकसी के चलते तस्कर पगडंडी रास्ते मर्यादपुर का पहाड़ी टोला, रेहरवा, अहिरौली, अशोगवा, पडिय़ाताल, डंडहवा, मदरीटोला, भगवानपुर, श्यामकाट के रास्ते नेपाल में प्रवेश कर जाते हैं। वहां रूपनदेही व नवलपरासी जिले में स्थित पेट्रोल पंपों पर तेल भरा बड़ी सुगमता से भारत आ जा जाते हैं।
सीमावर्ती क्षेत्र में तस्करी पर हर हाल में अंकुश लगाया जाएगा। पगडंडी रास्ते किसी को सीमा प्रवेश की अनुमति नहीं है। मोटरसाइकिलों के नियमित जांच के निर्देश दिए गए हैं। – प्रदीप गुप्ता, एसपी, महराजगंज।
नेपाल में डीजल- पेट्रोल सस्ता होने के कारण तस्करी बढ़ी है। सीमावर्ती क्षेत्र के पेट्रोल पंप मालिकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। जांच-पड़ताल के बाद ही भारतीय वाहनों में तेल देने की अनुमति है। – प्रवीण पोखरेल, एसपी, रूपनदेही, नेपाल।