सोनौली बॉर्डर । नेपाल में संसद सभा बहाली के बाद बुधवार को नेपाल के नारायण घाट में नेकपा कार्यकर्ताओं ने विजय रैली निकाल जश्न मनाया। इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र रूपनदेही, नवलपरासी, कपिलवस्तु, दांग, पोखरा, नारायण घाट, बीरगंज और काठमांडू में प्रचंड और माधव नेपाल समर्थित नेकपा कार्यकर्ताओं ने संसद बहाली पर जश्न मनाया।
नेपाल के उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को अपने ऐतिहासिक फैसले में तय समय से पहले चुनाव की तैयारियों में जुटे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को झटका देते हुए संसद बहाली के आदेश दिया। कोर्ट ने संसद की भंग की गई प्रतिनिधि सभा को बहाल करने का आदेश दिया।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा संसद की बहाली का स्वागत करने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (सीपीएन) के प्रचंड-नेपाल गुट द्वारा आयोजित विजय रैली शुरू हो गई है। विजय रैली बुधवार दोपहर बाद काठमांडू के शांतिवाटिका में शुरू हुई। इसके बाद नारायण घाट, रूपनदेही , पोखरा, नवलपरासी, सहित कई जिलों में लोग सड़क पर उतरकर प्रचंड के पक्ष में नारे लगाते रहे।
नारायण घाट नगर प्रभारी कृष्ण प्रसाद ग्यवाली ने बताया कि यह न्याय की जीत है। देश पर जानबूझकर कर चुनाव थोपा जा रहा था। उन्होंने बताया कि 275 सदस्यों वाले संसद के निचले सदन को भंग करने के सरकार के फैसले पर कोर्ट ने रोक लगा दिया है। अदालत ने निचले सदन को भंग किए जाने को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए सरकार को अगले 13 दिनों के अंदर सदन का सत्र बुलाने का आदेश दिया है। नेकपा संसद सभा भंग होने के बाद से ही जनता के साथ ही और न्याय मिला।