बदायूँ।भारतीय हिंदी सेवी पंचायत बदायूं के तत्वावधान में तहसील मुख्यालय बिल्सी पर हुआ काव्य गोष्ठी का आयोजन।
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत बदायूँ के तत्वावधान में समाज में नारी के प्रति बढ़ते अपराधों के विरुद्ध चेतना उत्पन्न करने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर एक वृहद कवि सम्मेलन का आयोजन बिल्सी में भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के संरक्षक डॉ राम रतन सिंह पटेल की अध्यक्षता में किया गया ।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवि प्रेम दक्ष की सरस्वती वंदना से हुआ।
तदन्तर बिल्सी के वयोवृद्ध साहित्यकार सोमेन्द्र ” सोम ” ने पढा :-
कब कहां कैसे मिलेंगे स्वर्णिम वरदान तेरे,
वेदना वीहड वनों में खो गये अरमान मेरे ।
मोहन मक्कार कहा : –
हिन्दू है हम हिन्द के बालक हिन्दी मात हमारी है
हिन्दी ने हिन्दुत्व बचाया हिन्दी ही रखवारी है
जुगेंद्र सिंह जुगनू ने पढ़ा-
भाई भाई का हक छीनने तो महाभारत कर सकते हैं
जिसका हक है उसके हम दे राम भरत बन सकते हैं
विष्णु असावा जी ने पढ़ा-
सावन भादो की वर्षा हम आंखों अश्रु बरसाये
है बीमार अकेली घर में खत भैया का आये
सुवीन माहेश्वरी जी ने पढ़ा-
भ्रष्टाचार पर दृष्टि पड़ रही यहां कृपा दृष्टि डाली है
बिल्सी वाले स्वागत में लाए पूजन की थाली है
इस्लामनगर के कवि शिवकुमार शर्मा ने कहा-
अमन के साथ जिये जग सारा
हम तो ऐसा ख्याल रखते हैं
डां नासिर बदायूंनी ने पढ़ा-
ज़ुल्म से नारी में आ जाती दुर्गा की शक्ति है
उसके भक्ति के दर्पण में ईश्वर की भक्ति है
बदायूं के कवि प्रदीप विशाल रायजयाद ने कहा-
प्रगति काले धंधों में
ईमानदारी रिश्वत संबंधों में
प्रेम दक्ष ने कहा –
छुप छुप कर हमने तुमको चाहा ,छुप छुप कर ही प्यार किया
ऐ भूलने वाले तुम क्या जानो इस प्यार में क्या क्या वार दिया
बदायूं के लोकप्रिय संचालक षटवदन शंखधार बदायूं ने कार्यक्रम का संचालन किया । इस अवसर पर प्रमुख रूप से धनपाल सिंह, एम एल गुप्ता, कैप्टन राम सिंह, वेदपाल सिंह, रामगोपाल, एम एच कादरी, अभय माहेश्वरी, देवेश शंखधार, आर्येन्दर पाल सिंह, आकाश तोमर, सतेंद्र सिंह गहलोत, अखिलेश सोलंकी, भानु प्रताप सिंह, विनोद सक्सेना, महेश चंद्र, जयकिशन, राजेश गुप्ता, पिंकुल सिंह, राजवीर, भुवनेश, सत्यवीर, प्रमोद आदि उपस्थित रहे।