मनुष्य के विचारों में सद्विवेक की स्थापना से फैलेगा सद्ज्ञान प्रकाश :- सौरभ

युद्धों से मनुष्य का कल्याण नहीं, विनाश ही होगा।

‘वसुधैव कुटुंबकम्‘ की भावना बनाएगी, विश्व को सुखद, सुंदर और समुन्नत।

आईएएस सौरभ बाबू माहेश्वरी और पत्नी स्मिता माहेश्वरी ने दीं यज्ञ भगवान को विशेष आहुतियां।

बदायूँ। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में वरिष्ठ आईएएस सौरभ बाबू माहेश्वरी के निवास पर गायत्री महायज्ञ हुआ। आत्मीय परिजनों ने वर्तमान समस्याओं के निराकरण, सूक्ष्म जग़त के परिशोधन और विश्व शांति की कामना से गायत्री महामंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं।
वरिष्ठ आईएएस सौरभ बाबू माहेश्वरी ने मुख्य दीप प्रज्ज्वलित कर मां गायत्री, युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य, वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा और शक्तिकलश का पूजन किया। उन्होंने कहा कि मनुष्य के विचारों में सद्विवेक की स्थापना से सद्ज्ञान का प्रकाश फैलेगा। दिग्भ्र्रमित न हों, मर्यादित जीवन आपके भाग्य को बदलेगा।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि विनाशकारी युद्धों से जल, जंगल और जमीन को बर्वाद न करें। युद्धों से मनुष्य का कल्याण नहीं, विनाश ही होगा। भारतीय संस्कृति प्राणी जगत के लिए संजीवनी है। ‘वसुधैव कुटुंबकम्‘ की भावना विश्व को सुखद, सुंदरऔर समुन्नत बनाएगी। उन्होंने कहा गायत्री महायज्ञ ही विश्व का कल्याण करेगा। यज्ञ से सभ्य, संस्कृति और संस्कारों को पोषण मिलता है। भावनाऐं पवित्र होती हैं। यज्ञीय ऊर्जा से जीवाणुओं, विषाणुओं का शमन और जीवनी शक्ति संवर्धन होता है।


आईएएस सौरभ बाबू माहेश्वरी और उनकी पत्नी स्मिता माहेश्वरी ने विश्व कल्याणार्थ यज्ञ भगवान को गायत्री मंत्र और महामृत्यंुजय मंत्र की विशेष आहुतियां समर्पित कीं। राजीव माहेश्वरी और अनीता माहेश्वरी ने जल का अभिसिंचन किया। राजकुमार माहेश्वरी और उनकी पत्नी अमिता माहेश्वरी ने भव्य आरती की। मातृशक्ति सुमनलता माहेश्वरी ने सभी आत्मीय परिजनों पर वर्षा की। इस मौके पर आरएस माहेश्वरी, गौरव माहेश्वरी, खुशबू माहेश्वरी, वृंदा माहेश्वरी, अविरल, विनायक, माधव, तेजस, प्रखर आदि मौजूद रहे।

रिपोर्टर – निर्दोष शर्मा