उघैती। थाना क्षेत्र के गांव शरह बरौलिया में प्रचीन शिव मंदिर है जो स्वयं में किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है शिव तेरस के पावन पर्व पर जल लेकर दूर दूर से कांवड़ियों की टोली शिवजी के जयघोष के साथ इस पावन प्रचीन धाम पर आकर शिवजी के नाम की कांवड़ चढ़ाते हैं बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिवधाम पहुँच कर पूजा अर्चना के साथ साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं वहीं इस पावन धाम पर आठ दिन पहले से ही मेला लग जाता है जिसमें खरीदारी को लेकर भारी भीड़ उमड़ती है सिद्ध बाबा आश्रम के महंत जी ने बताया कि शरह बरौलिया का शिव मंदिर प्राचीन शिव मंदिर है जिससे दर्जन भर से ज्यादा ही गाँवो की आस्था इस शिवधाम से जुड़ी हुई है।
दूर दूर से जलभरकर कांवड़ लेकर भक्त यहां आते हैं तत्पश्चात शिव जी का जलाभिषेक कर प्रभु के नाम की कांवड़ यहाँ चढ़ाते हैं यहाँ पर एक प्राचीन गुफा भी है ऐसा माना जाता है कि इसी गुफा के सहारे साधु संत जल भरकर लाते थे और यहाँ पहुँच कर शिवलिंग का जल अभिषेक करते थे उन्होंने बताया शिव तेरस के दिवस पर यहां धूमधाम के साथ 10 -12 दिवसीय विशाल मेले का आयोजन किया जाता है इस विषय को लेकर आश्रम के महंत जी ने शिवलिंग को लेकर पौराणिक कथा सुनाते हुए बताया कि यहां मीलों दूर दूर से चलकर भक्त आते हैं उनकी मुरादें पूरी होती है क्षेत्र के दर्जनभर गांव से ज्यादा गांव की आस्था है सिद्ध बाबा मंदिर शरह बरौलिया।
रिपोर्टर – अभय राज सिंह