अब नेपाल जाते और वहां से आते वक्त पास में रखे कैश का विवरण देना होगा। अगर पांच हजार रुपये से अधिक कैश हुआ नेपाल में प्रवेश के दौरान सरहद पर ही नेपाली कस्टम कार्यालय में एक फार्म भरना होगा। नेपाल ने यह सख्ती मनी लांड्रिंग रोकने के लिए की है। शुक्रवार को नेपाल के बेलहिया कस्टम कार्यालय पर इस संदर्भ में नोटिस चस्पा कर दिया गया। यह नियम स्थल व वायुमार्ग से आने-जाने वाले सभी के लिए लागू है।
मनी लांड्रिंग रोकने के लिए नेपाल में यह नियम पहले ही बना था, लेकिन लागू नहीं हो सका था। शुक्रवार को नोटिस के जरिए साफ कर दिया गया कि भारत व किसी अन्य देश से नेपाल आने और नेपाल से जाने के दौरान विदेशी यात्री अपने देश की पांच हजार से अधिक मुद्रा लेकर गुजरेंगे तो उन्हें कस्टम कार्यालय में निर्धारित फार्म भरना होगा। कस्टम को जानकारी देनी होगी कि उनके पास पांच हजार से अधिक का कैश है। ऐसा न करने पर जांच में पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
कस्टम सूचना अधिकृत तीर्थराज पासवान ने बताया कि जल्द ही सीमा पर इस सूचना का बोर्ड लगाया जाएगा। कस्टम कार्यालय में एक अलग डेस्क की स्थापना की जाएगी। जिस देश का यात्री होगा, वह उस अपने यहां की पांच हजार की मुद्रा ले जा सकता है।
नियम लागू होते ही विरोध के स्वर तेज
नौतनवा तहसील के व्यापार मंडल अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने कहा कि इस कानून का पुरजोर विरोध किया जाएगा। सदियों से लोग सीमा से रिश्तेदारी, चिकित्सा, पर्यटन व सांस्कृतिक उद्दूश्यों से आते-जाते हैं। इस नए कानून से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा भारत-नेपाल सीमा पर भारतीय एरिया में लगभग 25 किलोमीटर तक नेपाली रुपये प्रचलन है। भारत में कोई मनी एक्सचेंज न होने से व्यापारी नेपाली काउंटरों पर जाकर मनी एक्सचेंज करते हैं। इस नियम से व्यवसाय चरमरा जाएगा।
नेपाल पर्यटन पर बुरा असर पड़ेगा
सिद्धार्थ होटल एसोसिएशन रुपन्देही के अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ ने कहा कि इस नियम से खासतौर पर भारतीय नागरिकों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही नेपाल के पर्यटन पर इसका बुरा असर पड़ेगा। संगठन नेपाल सरकार से इस नियम को वापस लेने की अपील करेगा।