जिले में किसानों ने अपने खेतों में ब्लेड वाले तारों के साथ अब करंट वाले तारों का उपयोग करना भी शुरू कर दिया है। जिस वजह से गौवंश और वन्य जीव जैसे नीलगाय इन तारों की चपेट में आकर बुरी तरह मर रहे हैं। इन तारों का उपयोग अब लोगों ने अपने घरों की छत पर भी करना शुरू कर दिया है जिस वजह से आये दिन बंदर उसमे फंस कर जख्मी हो जाते हैं और उपचार के आभाव में मर जाते हैं। वहीं शहर में पतंग बेचने वाले चाइनीज मांझा बेचने से बाज नहीं आ रहे। प्रदेश के कई जिलों में पुलिस ने चाइनीज मांझा की बिक्री रोकने के लिए अभियान चलाया परंतु जिला बदायूँ में ऐसा कोई अभियान अभी तक नहीं चला। यहां तक कई जिलों में उत्तर प्रदेश शासन के आदेश के बाद ब्लेड वाले तारों पर कार्यवाही भी हुई परंतु जिला बदायूँ में जिलाधिकारी ने ऐसी कोई कार्यवाही नहीं की। शहर में आये दिन तांगे वाले अपने तांगों पर एक नियत सीमा से अधिक वजन ले जाते हुए देखे जाते हैं इस पर प्रशासन अनदेखी कर रहा है जिस वजह से घोड़े आये दिन चोटिल हो जाते हैं फिर मालिक उन्हें छोड़ देता है। इन्हीं बातों को लेकर पशु प्रेमी व पीपल फ़ॉर एनिमल्स संस्था के अध्यक्ष ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ ओ पी सिंह से मुलाकात कर ब्लेड वाले करंट वाले तार, चाइनीज मांझा और तांगों पर ओवरलोडिंग रोकने के लिए प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा को इन पर कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया है।

रिपोटर – विकेंद्र शर्मा