-संस्कारों की श्रेष्ठता, शिक्षा की महत्ता को करें शिरोधार्य
-मां सरस्वती के पूजन के साथ हुआ गायत्री महायज्ञ
बदायूँ। दाताराम मैमोरियल इंटर काॅलेज ललुआनगला, असरासी में वसंत पंचमी पर्व पर गायत्री महायज्ञ हुआ। प्रधानाचार्यों, शिक्षक-शिक्षिकाओं और बच्चों ने मां सरस्वती का पूजन और भव्य आरती की।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि वसंत पंचमी शिक्षा, साक्षरता, विद्या और विनय का पर्व है। संस्कारों की श्रेष्ठता, शिक्षा की महत्ता को स्वीकर और शिरोधार्य करें। योग्य संपदा धन नहीं, ज्ञान हैं। विद्या मनुष्य के मस्तिष्क, व्यक्तित्व और गौरव के निखार एवं विकास के लिए है। गुरुजनों के सान्निध्य से ज्ञान की गरिमा बढ़ाएं। सम्मान भरा व्यवहार करें।
सूक्ष्म जगत के परिशोधन के लिए गुरुजनों, अभिभावकों और बच्चों ने गायत्री मंत्र और महामृत्यंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं।
इस मौके पर संस्थापक डाॅ. अशोक शाक्य, प्रबंधिका मोरकली, व्यवस्थापक माधव सिंह, अजब सिंह, किरन कुमारी, ओमकार, सर्वेश, भोवेंद्र, राजीव, डाॅ. जुगल किशोर, मंजू यादव, आशाराम आदि मौजूद रहे।