बारिश, गर्मी और जाड़ों की बारिश भूंखे पेट जैसे तैसे कट रहा जीवन

कादरचौक। विकास खंड कादरचौक के ग्राम बेहटा डंमर, बादुल्लागंज, म्याऊ के ककराला और आस पास के गांबो में बास्तविक पात्रों को सरकार द्वारा चलाई गई आवास योजना का लाभ नही दिया गया

जबकि पेट भरने के लिए मजदूरी काम न मिलने पर मांग कर खाना और कुछ न मिलने पर भूंखे सो जाना और बात अगर सर्द रात और बरसात की हो तेज चलती पछुआ हवा की हो और सर पर छत न हो तो आलम और भयाबह हो जाते है कुछ ऐसा ही बीत रहा है गांब की रहने बाली नसीम बेगम पत्नी रशीद अब्बासी का जीबन |

यह अकेली मजलूम नही ये फेहरिस्त बहुत लंबी है। इन्ही गांबो में से एक गांव की रहने बाली गरीव महिला राममूर्ति पत्नी महेंद्र आवास न मिलने से मिट्टी की दीबारों और फूंस के छप्पर में दिन गुजारने को मजबूर है ऐसा ही हाल क़स्बा ककराला के बार्ड संख्या सात के रहने बाले धर्मपाल का है बीमारी और मंदबुद्धि पुत्र के कारण बह भी स्वयं दीवार और छत का निर्माण कराने में अक्षम है।

रिपोटर – शिव प्रताप सिंह