बालिकाएं घबराएं नहीं, साहसी बनें, अपने हौंसले बुलंद रखें: संजीव
-कम्पोजिट विद्यालय ककोड़ा में हुई ‘‘मुझमें है दम, नहीं किसी से कम‘‘ संकुल स्तरीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रतियोगिता
कादरचौक। समग्र शिक्षा उत्तर प्रदेश के अतंर्गत कम्पोजिट विद्यालय ककोड़ा में संकुल स्तरीय रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण हुआ। बालिकाओं ने आत्मरक्षा के गुर सीखे और ‘‘मुझमें है दम, नहीं किसी से कम‘‘ आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रतियोगिता हिस्सा लिया। सर्वोत्तम स्थान पाने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया।
एसआरजी सुधा मिश्रा ने कहा कि बालिकाएं हमारे देश का गौरव हैं। उनमें विलक्षण प्रतिभाऐं होती है और अपनी आत्मरक्षा करना भी जानती हैं। बालिकाओं का अनोखा जज्बा प्रत्येक परेशानियों से उभारता है।
पूर्व जिला ट्रेनिंग कमिश्नर एवं गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि बालिकाएं घबराएं नहीं, साहसी बनें और अपने हौंसलों को बुलंद रखें। मुसीबतों का सामना करना सीखें। विपत्तियां और मुश्किलें कभी कहकर नहीं आती है। उनका सामना करने के लिए स्वयं को तैयार रखना पड़ता है।
संकुल प्रभारी परमवीर सिंह दीवला ने कहा कि बालिकाएं बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर बनकर दूसरों के लिए मिशाल बनी हुई हैं। स्वयं आदर्श उदाहरण हैं। शिक्षकों के मार्गदर्शन में जीवन को उदात्त और महान बनाएं।
शिक्षक विवेक द्विवेदी ने कहा कि बालिकाएं अपनी प्रतिभा और क्षमताओं को पहिचानें। प्रधानाध्यापक गिरीश पाली ने सभी का आभार व्यक्त किया। संकुल प्रभारी परवीर सिंह दीवला ने बताया कि ‘‘मुझमें है दम, नहीं किसी से कम‘‘ आत्मरक्षा प्रतियोगिता में यूपीएस ककोड़ा की आफरीन प्रथम, प्रीति द्वितीय, गीता तृतीय, यूपीएस रेबा की संध्या चैथे, छाया पांचवे, रमा छठवें और अंजलि सातवें स्थान पर रहीं। सर्वश्रेष्ठ स्थान पाने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में बालिकाओं को आग में फंसे लोगों को निकालना, जलने व झुलसने पर उपचार, डूबते हुओं को बचाना, प्राथमिक उपचार देना, मरीज को ले जाना, हाथों की सीटें बनाना, पटिट्यां बांधना, जंगलों और पहाड़ों पर शानदार जीवन जीने के तौर तरीकों की जानकारी दी गई। इस मौके पर नेम सिंह, अनूप चाहर, आदर्श जौहरी, जयपाल, मु.अजमल, नवीन मौर्य, ज्ञान प्रकाश, सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।
रिपोटर – निर्दोष शर्मा