बदायूं। दातागंज बार एसोसिएशन के अधिवक्ता 27 वें दिन भी हड़ताल के साथ धरने पर वैठे रहे उन्होंने मुंसिफ न्यायालय की स्थापना में देरी के लिए प्रसासन को जिम्मेदार ठहराया।ग्रीश चन्द्र ने कहा कि दातागंज वार बेलफेयर एसोसियेशन के समस्त अधिवक्तागण मुन्सिफ न्यायालय की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन कर वादकारियों को सस्ता एंव शुल्भ न्यायालय दिलाने के लिए सघर्ष शील है लेकिन कुछ अधिकारियों के हटधर्मता के कारण दातागंज में पीठासीन अधिकारी की तैनाती नहीं हो पा रही है। जवकि दातागंज वार ने अपने निजी धन से पुराने उपजिलाधिकारी न्यायालय की मरम्मत एंव रंग रोगन एंव फर्नीचर की व्यवस्था कराके मुन्सिफ न्यायालय एक वर्ष पूर्व बनवा दिया जो एक वर्ष से तैनाती की राह देख रहा है जिसके कारण अधिकारियों की उदासीनता साफ नजर आ रही है। दातागंज में मुन्सिफ न्यायालय की स्थापना के लिए प्रमुख समाज सेवी एंव राजनैतिक दलों द्वारा धरना स्थल पर पंहुचकर अपना समर्थन देते हुए मुन्सिफ न्यायालय की मांग भी कर रहे है जिससे उन्हें शुल्भ एंव सस्ता न्याय तहसील स्तर पर मिल सके।दातागंज वार वेलफेयर एसोसियसयन के अधिवक्ताओं ने एक सुर में कहा कि जब तक मुन्सिफ न्यायालय स्थापित नहीं हो जाता तब तक उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, नायव तहसीलदार न्यायालय मे कोई कार्य नहीं करेगें और सयुक्त रूप से धरना, प्रदर्शन करते रहेगें। प्रसासन की उदासीनता के करण 13 वर्ष वीत जाने के वाद भी न्यायालय स्थापित नहीं हो सका है। धरने में आराम सिंह यादव, जाने आलम, राजेन्द्र कुमार, आशा दीक्षित, अजय कुमार गुप्ता, कुलदीप, सक्सेना, सर्वेश शर्मा, दिनेश कठेरिया, उमेश सक्सेना, अतुल कुमार सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह राठौर, दिनेश वाबू सक्सेना, चन्द्र पाल सिंह यादव, जानकी प्रसाद, धर्मेन्द्र पाल सिंह, मदन वाबू सक्सेना, जसवीर सिंह, विनोद कुमार सिंह आदि अधिवक्ता धरना स्थल पर मौजूद रहे।