युवा संस्कारों से भारत रत्न मालवीय जी जैसे नये कीर्तिमान स्थापित करें: संजीव
-मेधावी बच्चों को किया सम्मानित, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम
बदायूं। अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन प्रखर बाल संस्कारशाला के कैंप कार्यालय पर भारत रत्न पं.मदनमोेहन मालवीय की 160वीं जयंती मनाई गई। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मेधावी बच्चों को सम्मानित किया गया।
निर्मल गंगा जन अभियान के सुखपाल शर्मा ने कहा कि मालवीय ने संयम, सेवा और समर्पण से स्वयं को तपाया और दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनें। युवा अपनी प्रतिभा और योग्यता को निखारें। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना कर राष्ट्र को ज्ञान का अलौकिक प्रकाश दिया। पुरुषार्थ से भाग्य बदलता है, हर कार्य संभव हो जाते हैं। आत्मानुशासन और एकाग्रता से जीवन उत्कृष्ट और महान बनाता है। प्रज्ञा मंडल के पंकज कुमार और भवेश शर्मा ने प्रज्ञागीतों का श्रवण कराया। शिक्षकों और बच्चों ने पंडित मदन मोहन मालवीय के चित्र पर पुष्पा अर्चना किया। बच्चों ने मालवीय जी के प्रेरक प्रसंग सुनाए। प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर सुमन, सौम्या, हेमंत, कनक, खुशबू, नेहा, सौम्या, भूमि, रौनक, अद्भुत आदि मौजूद रहे। संचालन मृत्युंजय शर्मा ने किया।
रिपोटर – निर्दोष शर्मा