सहसवान। नगर के कई सी.एस.सी. सेंटर आधार कार्ड संशोधन कर रहे हैं। जैसे कि स्टेट बैंक रोड, बिसौली बस स्टैंड, कोतवाली के सामने, आधार कार्ड संशोधन कराने वालों की भीड़ सुबह से ही सी.एस.सी. सेंटरों पर लग जाती है। संशोधन करने के एवज में सी.एस.सी. सेंटर ₹220 से लेकर ₹500 तक ग्रामीणों से वसूल रहे हैं। अगर ग्रामीणों को संशोधन कराने के लिए फॉर्म भी भरवाना है तो उसके भी सी.एस.सी. सेंटर पर ₹20 अलग से लिए जाते हैं। यह स्थिति देखकर ऐसा लगता है आज मानवीय मूल्यों की कोई कीमत नहीं रह गई है। जो फार्म ग्रामीण किसी राह चलते से भी फ्री में भरवा सकते हैं उस फार्म के भरने के लिए भी सी.एस.सी. सेंटर पर ग्रामीणों को ₹20 देने पड़ते हैं। ग्रामीण सुबह से अपने घर से निकलते हैं और शाम होते-होते घर पहुंच पाते हैं। इनमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग ज्यादा संख्या में होते हैं। ग्रामीणों की स्थिति इतनी दयनीय होती है जिसको देखकर किसी का भी दिल पसीज जाएगा। लेकिन सी.एस.सी. सेंटर चलाने वालों को उस भीड़ के रूप में केवल पैसा ही नजर आता है। आधार कार्ड संशोधन कराने के लिए सरकार की तरफ से लगभग ₹50 निर्धारित किए गए हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों और सी.एस.सी. सेंटर चलाने वालों की मिलीभगत से निर्दोष ग्रामीणों को लूटा जा रहा है। यह ₹220 ग्रामीण कहां से लेकर आता है इस बात से सी.एस.सी. सेंटर चलाने वालों व जिम्मेदार अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है। क्या इतनी बड़ी धांधली प्रशासन की मिलीभगत के बगैर हो सकती है? आधार कार्ड आज देश के हर नागरिक की जरूरत बन गया। आम जनमानस की इसी जरूरत का सी.एस.सी. सेंटर मालिक और प्रशासनिक अधिकारी नाजायज फायदा उठा रहे है। अब देखना यह है कि आधार कार्ड का यह खेल कब तक यूं ही चलता रहेगा।
रिपोटर – सौरभ गुप्ता