श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ समिति के द्वारा चल रही

दातागंज। तहसील क्षेत्र के म्याऊं ब्लॉक के ग्राम गूरा वरेला श्री त्रिदंडी देव सेवा सदन राधा कृष्ण मंदिर मैदान में भागवत कथा और श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार को आरती की गई। श्रीमद् भागवत की कथा स्वामी गयापीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री वेंकटेशप्रपन्नाचार्य जी महाराज युवराज स्वामी पुष्कर द्वारा की गई। उन्होंने अजामिल कयादू के कथा का वर्णन करते हुए कहा कि उनके यहां संतो का आगमन हुआ। उन्हें केवल अपने होने वाले पुत्र का नाम नारायण रखने को कहते हैं। बालक होने पर उसे अरे नारायण, कहां हो नारायण, कुछ भी करे नारायण अन्त समय में पुत्र मोह के कारण से नारायण नारायण सच्चे ह्रदय से निकलने के कारण उस अधर्मी का भी उद्धार हो जाता है। केवल नाम लेने से गलत रास्ते पर चलने वाले को भी भगवान प्राप्त होते है। उन्होंने कथा एवं प्रवचन और वैदिक शास्त्रों पर आधारित कथा का वाचन किया में मानव जीवन के उद्धार के लिए कई कथाओं का वर्णन किया जीव जीवन जीने की कला भी बताई। कई भजनों द्वारा लोगों को आनंदित किया।