नई दिल्ली: धर्म के आधार पर खिलाड़ियों का चयन करने के आरोपों के बाद भारतीय टीम के पूर्व अनुभवी बल्लेबाज वसीम जाफर ने उत्तराखंड क्रिकेट संघ के कोच पद से इस्तीफा दे दिया है और कहा कि यह मेरे लिए बहुत दुखद है कि मुझ पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मैं इन से बहुत आहत हूं। हालांकि भारतीय टीम के पूर्व महा महान स्पिनर अनिल कुंबले ने वसीम जाफर का समर्थन किया है। जाफर पर उत्तराखंड क्रिकेट संघ (सीएयू) ने आरोप लगाया है कि राज्य की टीम के कोच के रूप में उन्होंने धर्म आधारित चयन करने का प्रयास किया।भारत के लिए 31 टेस्ट खेल चुके जाफर ने कहा था कि टीम में मुस्लिम खिलाड़ियों को तरजीह देने के सीएयू के सचिव महिम वर्मा के आरोपों से उन्हें काफी तकलीफ पहुंची।भारतीय टीम के महान स्पिनर अनिल कुंबले ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आपके साथ हूं वसीम, आपने सही किया। दुर्भाग्यशाली खिलाड़ी हैं जिन्हें आपके मेंटर नहीं होने की कमी खलेगी।आज तक कि खबर के मुताबिक, जाफर ने चयन में दखल और चयनकर्ताओं तथा संघ के सचिव के पक्षपातपूर्ण रवैए को लेकर मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। पूर्व भारतीय क्रिकेटर डोड्डा गणेश ने लिखा- विश्वास नहीं हो रहा। यह आपके जैसे किसी के साथ हो सकता है।क्रिकेट जगत आपको और आपकी ईमानदारी को जानता है।जाफर ने कहा था कि टीम में मुस्लिम खिलाड़ियों को तरजीह देने के सीएयू के सचिव महिम वर्मा के आरोपों से उन्हें काफी तकलीफ पहुंची। जाफर ने चयन में दखल और चयनकर्ताओं तथा संघ के सचिव के पक्षपातपूर्ण रवैए को लेकर मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था।पूर्व भारतीय क्रिकेटर डोड्डा गणेश ने लिखा- विश्वास नहीं हो रहा।यह आपके जैसे किसी के साथ हो सकता है।क्रिकेट जगत आपको और आपकी ईमानदारी को जानता है।जाफर ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को कहा, ‘जो कम्युनल एंगल लगाया, वह बहुत दुखद है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैं इकबाल अब्दुल्ला का समर्थन करता हूं और उसे कप्तान बनाना चाहता था जो सरासर गलत है।