महराजगंज : सदर क्षेत्र के सिसवनिया गांव में फौजी के शव का अंतिम संस्कार रोक सड़क जाम कर गांव से लेकर मुख्यालय तक प्रदर्शन में उपद्रव मचाने वालों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है।

एसआई की तहरीर पर 24 नामजद व दो सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नौकरीपेशा हैं। कुछ ऐसे भी हैं जिनकी सरकारी नौकरी मिलने की प्रबल सम्भावना है। ऐसे में केस दर्ज होने के बाद खलबली मच गई है। सिसवनिया गांव निवासी चंद्रबदन शर्मा सेना में फौजी था। शनिवार की भोर में कश्मीर में उसकी गोली से मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर दो दिन तक सिसवनिया गांव से लेकर शहर के मुख्य चौराहे तक धरना-प्रदर्शन का दौर चला।

सोमवार को शव आने के बाद ग्रामीणों ने फौजी के घर के सामने महराजगंज-चौक मार्ग को जाम कर दिया। सैकड़ों की तादात में युवाओं ने उग्र प्रदर्शन करते हुए शहर के मुख्य चौराहे पर जाम लगा दिया था। स्थिति को संभालने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट साईं तेजा सीलम, एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल, एएसपी निवेश कटियार, सीओ सदर राजू कुमार साव, सीओ फरेंदा अनिल कुमार मिश्रा समेत जिले भर की पुलिस सिसवनिया गांव में पहुंची थी। शहर में भी मुख्य चौराहे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। केस दर्ज कराने वाले एसआई के मुताबिक प्रदर्शनकारी पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। पूरी तरह अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया था। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि इस मामले में सिसवनिया, सोनरा, बागापार, बंजारा टोला, बौलिया राजा, मंगलपुर, बैकुंठपुर, अमरूतिया, बरगदवा राजा, राजीव नगर, आजादनगर, बैकुंठपुर, अमरूतिया, मऊपाकड़ आदि गांव व मोहल्लों के कुल 24 लोगों पर नामजद व करीब सौ-दो

सौ अज्ञात के खिलाफ धारा 143, 341, 504 आईपीसी व 7 सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।