यज्ञ से पूर्ण होते हैं मनोरथ, संस्कार और संस्कृति को मिलता है पोषण: श्याम बिहारी
-व्यक्ति के दुष्ट चिंतन और भ्रष्ट आचारण से है दुनियां दुखी
-शक्तिपीठ पर हुआ 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ
-बरेली, बदायंू व अन्य जिलों के आत्मीय परिजनों ने गुरुदीक्षा
-प्रज्ज्वलित महादीपक बनें आकर्षण का केंद्र
-आत्मीय परिजनों ने किया नर्मदेश्वर महाकाल और प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा को प्रणाम

बदायूं। गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर गायत्री महायज्ञ हुआ। आत्मीय परिजनों ने सूक्ष्म जगत के परिशोधन के लिए गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं। मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने हजारों की संख्या में दीप प्रज्ज्वलित किए। दीक्षा संस्कार के साथ विभिन्न संस्कार संपन्न हुए। मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने प्रज्ज्वलित किए हजारों दीप।

शांतिकुंज हरिद्वार से अंतर्राष्ट्रीय प्रज्ञा पुराण कथावाचक श्याम बिहारी दुवे ने कहा कि यज्ञ से मनोरथ पूर्ण होते हैं। देव संस्कृति को पोषण मिलता है। चमत्कारी नहीं, संस्कारी बनें भगवान श्रीराम संस्कारों से ही मर्यादा पुरुषोत्तम बनें। ईश्वर प्रिय पवित्रता को धारण करें और अपने देवत्व को जगाएं। व्यक्ति के दुष्ट चिंतन और भ्रष्ट आचारण से दुनियां दुखी है। उन्होंने कहा तन्मयता से किए परिश्रम से योग्यताएं बढ़ती हैं, निरंतर प्रगति का मार्ग खुलता है। श्रम से ही हीरे मोती निकलते हैं। श्रम नहीं, अंहकार जिन्दा है, आदमी दौ कौढ़ी का है। जिस दिन अहंकार मिट जाएगा। सेवा और उच्चकोटि के आदर्श प्रस्तुत होंगे।
शांतिकंुज के हरी चैधरी, मनीष साहू ने अपना देश बनेगा सारी दुनियां का सरताज प्रज्ञा गीत की शानदार प्रस्तुति दी गई। डाॅ. वीरपाल सिंह सोलंकी, मनोज शर्मा, रवि शर्मा ने पूजन किया।
चैबीस कुंडीय गायत्री महायज्ञ में आत्मीय परिजनों ने सूक्ष्म जगत के परिशोधन और लोककल्याण के लिए गायत्री मंत्र और महामृत्यंुजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं।


यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद शांति अभिसिंचन हुआ। मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने मां गायत्री की भव्य आरती की। आत्मीय परिजनों पर पुष्प वर्षा की गई। प्रदेश भर से आए आत्मीय परिजनों ने नर्मदेश्वर महाकाल और प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा को प्रणाम किया। श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इस मौके पर संरक्षक सुरेंद्र नाथ शर्मा, रामसिंह यादव, अनिल कुमार राठौर, नरेंद्र पाल शर्मा, डीपी सिंह, अजयवीर सिंह, सुखपाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, बालक राम, आर्येंद्र यादव, कालीचरन पटेल, मदनलाला झा, रघुनाथ सिंह, माया सक्सेना, संजीव कुमार, बालक राम, तुलसी राम रावत,, शिवंवदा सिंह, ओमकार सिंह, चंद्रपाल, दाताराम, धर्मपाल, सुदीप चैहान, रज्जन सिंह, डाॅ. जितेंद्र सिंह, राजेश्वरी, सुनील गुप्ता, वीरपाल शर्मा, संजीव कुमार, ध्रुव यादव, मोना, मुन्नी देवी, ललतेश, उपदेश गुप्ता, श्याम निवास आदि मौजद रहे।

बदायंू: गायत्री महायज्ञ में सांसद संघमित्रा मौर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता, नगर पालिका अध्यक्ष दीपमाला गोयल ने मां गायत्री, युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा और वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा का पूजन किया।

बदायंू: गायत्री शक्तिपीठ पर मातृशक्ति माया सक्सेना, राजेश्वरी, कुमुद सक्सेना, रजनी मिश्रा, शशि प्रजापति के नेतृत्व में पुंसवन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार आदि संपन्न हुए।

रिपोटर – निर्दोष शर्मा