प्रतिकुलपति डाॅ. चिन्मय पण्डया ने गायत्री शक्तिपीठ पर किया प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा का लोकार्पण
-गायत्री शक्तिपीठ से विभिन्न शक्तिपीठों, मंदिरों और तीर्थस्थलों पर पहुंचे नर्मदेश्वर महाकाल, बिरुआबाड़ी मंदिर से निकली कलश यात्रा, हुआ भव्य स्वागत।
-प्रदेश के अलावा अन्य प्रान्तों से जुटे आत्मीय परिजन।

बदायूं। गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज, हरिद्वार के प्रतिकुलपति डाॅ. चिन्मय पण्डया ने ‘‘प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा‘‘ का लोकार्पण किया। ‘‘प्रखर प्रज्ञा‘‘ को युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और ‘‘सजल श्रद्धा‘‘ को वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा के आध्यात्मिक चेतना के रूप में जाना जाएगा। डाॅ. चिन्मय ने संजीव कुमार शर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रध्वज फहराया इसके बाद युवाओं को संबोधित किया। बिरुआबाड़ी मंदिर से नर्मदेश्वर महाकाल की भव्य शोभायात्रा और कलश यात्रा ‘‘ हम बदलेंगे-युग बदलेगा‘‘ के जयघोष के साथ निकाली गई। मुख्य मार्गों, शक्तिपीठों और मंदिरों में पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।


देवसंस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज, हरिद्वार के प्रतिकुलपति डाॅ. चिन्मय पण्डया ने युवाओं को संबोधित किया। उन्होने कहा कि एक क्षण का बोध मनुष्य जीवन में सबेरा लाता है। व्यक्ति की श्रद्धा, विश्वास और समर्पण लक्ष्य का मार्ग प्रशस्त करता है। सौभाग्य से सूर्योदय होता है, जीवन में क्रांति आती है। अन्तर्मन की आंखें खोले और नर से नारायण बन जाएं।

युवा अपनी श्रेष्ठ सामथ्र्य और शक्ति को पहिचानें। जीवन को सार्थक और समर्थ बनाएं। दिग्भ्रमित युवा संयम, सेवा और संस्कारों से अपने जीवन को प्रकाशित करें। राष्ट्र की उन्नति में अपनी अहम भूमिका निभाए। शांतिकुंज से टोली में नरेंद्र ठाकुर, रामौतार पाटीदार का प्रज्ञा गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।
इससे पूर्व प्रातःकाल नर्मदेश्वर महाकाल की शोभायात्रा गायत्री शक्तिपीठ से सुबह शुरू हुई। बिरुआबाड़ी, हर प्रसाद मंदिर, नगला सिद्ध शक्तिपीठ, गौरी शंकर मंदिर, पीडब्ल्यूडी के शिव मंदिर पहंुची। आत्मीय परिजन पुनः बिरुआबाड़ी मंदिर में एकत्रित हुए। मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने सिर पर शक्तिकलशों को धारण कर नर्मदेश्वर महाकाल की शोभायात्रा और कलश यात्रा मुख्य मार्गों, चैराहों से होती हुई गायत्री शक्तिपीठ पहुंची। कलश यात्रा का गणमान्य नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। शांतिकुंज हरिद्वार से आए श्याम बिहारी दुवे ने शक्तिकलशों का वेदमंत्रोच्चारण कर पूजन कराया। माया सक्सेना, शिवंवदा, राजेश्वरी, रजनी मिश्रा, सीमा गुप्ता, राजकुमारी तोमर, ममता पाल, पूनम अरोरा, शशि प्रजापति ने कलश यात्रा का मार्गदर्शन किया।

इस मौके पर मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अनिल कुमार राठौर, नरेंद्र पाल शर्मा, सुरेंद्र नाथ शर्मा, अशोक सिंह, अजयवीर सिंह, डीपी सिंह, सुखपाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, मदनलाला झा, रघुनाथ सिंह, राधेश्याम, डाॅ. अरविन्द आदि मौजद रहे।


25 नवंबर (आज) होगी नर्मदेश्वर महाकाल की प्राण प्रतिष्ठा, रुद्राभिषेक, गायत्री महायज्ञ और विराट दीपयज्ञ
बदायंू: गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर शांतिकुंज हरिद्वार से आए अंतर्राष्ट्रीय प्रज्ञा पुराण कथाशिरोमणि श्याम बिहारी दुवे द्वारा वेदमंत्रोच्चारण कर (आज) प्रातः 6 बजे ‘‘नर्मदेश्वर महाकाल‘‘ की प्राण प्रतिष्ठा, रुद्राभिषेक, प्रातः 9 बजे देव पूजन, गायत्री महाज्ञय और शाम को 3 बजे विराट दीपयज्ञ होगा। जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गईं हैं।

रिपोर्टर – निर्दोष शर्मा