दलित महिला के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में हल्का दरोगा व महिला आरक्षी ने दलित महिला पर दबाव बनाकर बदलवाए 164 के ब्यान
बदायूं/कुंवर गांव । थाना बिनावर क्षेत्र के एक गांव में एक दलित महिला के साथ एक सप्ताह पहले तमंचा के बल पर हुए दुष्कर्म में थाना पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को चार दिन बाद थाने से छोड़ दिया व एक हल्का दरोगा व महिला आरक्षी ने दलित महिला पर दबाव बनाकर 164 सीआरपीसी के बयान बदलबा लिए। जबकि मेडीकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। जिसके बाद दलित महिला ने सोमवार को एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया है कि या तो पुलिस उसको न्याय दिलवाए नहीं तो महिला को मजबूरन कोर्ट की शरण लेनी पड़ेगी ।
मामला बिनावर थाना क्षेत्र के गांव बिलहत का है जहां मंगलवार की रात में गांव के ही एक व्यक्ति ने एक दलित महिला के घर में घुसकर तमंचे के बल पर महिला से दुष्कर्म किया ।जब महिला ने शोर मचाने की कोशिश की तो युवक तमंचे के बल पर महिला को जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया ।जिसके बाद दलित महिला बुधवार सुबह थाने जाकर मामले की तहरीर दी तो थाना पुलिस ने आरोपी को पकड़कर हल्की फुल्की धारा शांति भंग में कार्यवाही कर युवक का चालान कर पल्ला झाड़ लिया । और पुलिस मामले को दबाने में जुटी रही जब बुधवार शाम किसी तरह मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो थाना पुलिस के हाथ पांव फूल गए और आरोपी को पुनः पकड़ कर थाने में बंद कर दिया ।जिसके बाद पुलिस वृहस्पतिवार सुबह को पुलिस ने आरोपी पर संज्ञीन धाराओं
376, एससी-एसटी एक्ट, में मुकदमा दर्ज कर महिला को मेडीकल के लिए जिला भेज दिया । तभी से एक हल्का दरोगा व दलित महिला के साथ जिला अस्पताल गई महिला आरक्षी दलित महिला पर ब्यान बदलने के लिए दबाव बनाते रहे और हुआ वही जब 164 सीआरपीसी के लिए दलित महिला को बुलाया गया तो डरी सहमी दलित महिला ने बयान बदल दिए । और पुलिस ने दूसरी पार्टी से आर्थिक सांठगांठ कर दलित महिला से राजीनामा करवा लिया ।जिसके बाद जब महिला गांव पहुंची तो गांव में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं जहां महिला को जब मानहानि महसूस हुई तो दलित महिला ने पुनः सोमवार को एसएसपी को प्रार्थना दिया है कि पुलिस या तो उसे न्याय दिलवाए नहीं तो महिला को मजबूरन कोर्ट की शरण लेनी पड़ेगी ।
इस संबंध में थाना प्रभारी अनूप सिंह का कहना है कि इस मामले की विवेचना सीओ सिटी कर रहे हैं उन्होंने ही आरोपी को छुड़वाया है