गोबर की खाद और गोमूत्र का छिड़काव रखेगा भूमि को स्वस्थ
बदायूँ। गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर आयोजित कृषक भूमि पूजा कार्यक्रम में गायत्री महायज्ञ हुआ। भूमि का पूजन के साथ कृषि यन्त्रों का पूजन किया गया।
गायत्री शक्तिपीठ के परिब्राजक सचिन देव ने वेदमंत्रों उच्चारण कर गायत्री महायज्ञ संपन्न कराया। वरिष्ठ परिजन सुखपाल शर्मा ने कहा कि भूमि से बहुत जरूरी पोषक तत्त्वों के अत्यधिक दोहन से भूमि के स्वास्थ्य और उत्पादन में निरंतर गिरावट आई है। फसलों में गुणवत्ता की कमी, मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव, पौष्टिक चारे की कमी से पशुओं में दुर्बलताएं बड़ी हैं। इनका समाधान स्वस्थ भूमि है।
मुख्य यजमान आर्येंद्र यादव ने कहा कि भूमि के पूजन, खेत और तालाबों के संरक्षण से किसान खुशहाल होगा, आदर्श गांव बनेंगे। कृषि योग्य भूमि को रसायनिक खाद लगाकर बीमार न करें। रघनाथ सिंह ने कहा कि गोबर की खाद और गोमूत्र का छिड़काव करके भूमि को स्वस्थ रखें।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि भूमि में बीज ही नहीं संस्कार भी उपजते हैं। भूमि में संस्कार ग्रहण करने और आत्मसात करने की विलक्षण शक्ति होती है। सर्वोत्तम संस्कारित भूमि पर देवालय और गांव तीर्थ बनें हैं। उन्नत खेती से समुन्नत राष्ट्र बनेगा।
शक्तिपीठ पर कृषक भूमि पूजा कार्यक्रम में आर्येंद्र यादव ने कृषि यन्त्रों, रघुनाथ सिंह ने भूमि, माया सक्सेना ने शक्तिकलश और राजेश्वरी ने यज्ञभगवान का पूजन किया।