कुंवरगांव का गायत्री शक्तिपीठ जिले का माना हुआ शक्तिपीठ है। गायत्री परिवार के लोग इसे आध्यात्मिक आस्था का केंद्र मानते हैं।बाहर के लोग भी आकर गायत्री मंदिर में माथा टेक्कर अपने को धन्य मानते हैं।इतिहासनगर के तिरपोलिया के पास स्थित गायत्री मंदिर का शिलान्यास जयदेव माहेश्वरी के विशेष आग्रह पr पंडित श्री राम शर्मा ने 30 अप्रैल 1981 को किया था ।तैयारीवैसे तो प्रतिदिन ही श्रद्धालु आते रहते हैं लेकिन नवरात्रि की बात ही अलग है। नवरात्रि में प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक अखंड गायत्री मंत्र जाप चलता रहता है ।जिसकी पूरी तैयारी की जा चुकी है । नवमी pr यज्ञ होता है।शक्ति पीठ में जाकर सुकून मिलता है , मां के चरणो में कुछ देर बैठ कर सारी चिंता दूर होती है । मेरा नया जीवन मां की कृपा की ही देन है ।रोज एक बार मां के दर्शन करना जरूरी है ।शेष माहेश्वरी ,भक्त Post Views: 228 Post navigation नौ दिन पहले लापता हुए छः माह के बच्चे की मिलने की सूचना पर हाथरस दौड़ी कुंवर गांव पुलिस युवा मंच संगठन के द्वारा विश्व पोस्ट दिवस के उपलक्ष्य में ग्रामीण आँचल के पोस्ट मैनों डाकियों एवं पोस्ट विभाग अधिकारियो का सम्मान किया गया