सहसवान / भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तहत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सहसवान के माध्यम से दिया गया बताते चलें ज्ञापन लेते समय उप जिलाधिकारी तिलमिला गए। उन्होंने ज्ञापन दे रहे भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के कार्यकर्ताओं को अपने कक्ष से बाहर निकाल दिया समय था करीब 11:15 बजे का मजबूर होकर भ्रष्टाचार मुक्त अभियान के कार्यकर्ता उनके कक्ष के बाहर बैठ गए। उप जिलाधिकारी अपने कक्ष से 10 मिनट बाद मोबाइल फोन कान पर लगाए बाहर निकले बाहर आकर मास्क का ताना देने लगे लेकिन वह स्वयं मास्क नहीं लगाए हुए थे और कहने लगे कहां-कहां से भीड़ बना कर चले आते है। जरा भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करते कार्यकर्ता उप जिलाधिकारी के बर्ताव से काफी असंतुष्ट दिखाई दिए इसी बीच सहसवान के भाजपा नगर अध्यक्ष तहसील में पहुंचे उनसे कार्यकर्ताओं ने बताया कि कार्यकर्ता भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तहत ज्ञापन देने के लिए उप जिलाधिकारी के पास आए थे। जिनके साथ काफी अभद्रता की गई जिसका संज्ञान लेते हुए नगर अध्यक्ष स्वयं उप जिलाधिकारी के समक्ष पहुंचे तो उन्होंने उप जिलाधिकारी से बात करनी चाहिए तो वह उनसे भी भडके हुए शब्दों में बात करने लगे पूछने लगे आप कौन है उप जिलाधिकारी की बात सुनकर नेता जी भी उल्टे पांव बाहर आते दिखाई दिए आज इस घटना को लेकर नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्या इसी तरह उप जिलाधिकारी जनता के साथ व्यवहार करते हैं वहीं दूसरी ओर उपजिलाधिकारी का साफ साफ यह भी कहना है मेरी ऊपर से नीचे तक कहीं शिकायत करो मेरा कुछ नहीं बिगड़ सकता जिससे शासन व प्रशासन की फजीहत होती नजर आ रही है। ज्ञापन देने वालों में आर्येंद्र पाल सिंह, देवेंद्र शाक्य, अभय महेश्वरी, टीकम सिंह, मसर्रत सलमानी, इंद्रपाल, सुनील कुमार, संतु बृजेश यादव, डॉ प्रमोद पाल, सहित तमाम कार्यकर्ता मायूसी के साथ मौजूद रहे।