नौतनवा महराजगंज: नदियां हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं। नदियां जीवन दायिनी हैं। प्राकृतिक रुप से बहुत सारे जीव-जन्तु और प्राणी जल के लिए नदियों पर ही निर्भर हैं, लेकिन पर्यावरण में फैलता हुआ प्रदूषण नदियों के लिए अभिषाप बन गया है। सबको जीवन देने वाली नदियों का अस्तित्व खुद खतरें में हैं। कुछ नदियां अत्यधिक प्रदूषित हो चुकी हैं तो कुछ लुप्त होने की कगार पर हैं। ऐसे में नदियों का सरंक्षण करना अति आवश्यक हो गया है। हर वर्ष सितंबर के आखिरी सप्ताह के रविवार को विश्व नदी दिवस मनाया जाता है। इस बार विश्व नदी दिवस 26 सितंबर रविवार को मनाया जाएगा। जानते हैं कि क्यों मनाया जाता है विश्व नदी दिवस क्या है इसका महत्व…
भारत समेत विश्व के कई देशों में विश्व नदी दिवस मनाया जाता है। इस दिवस की शरुआत 2005 में नदियों की रक्षा के संकल्प को लेकर की गई थी। भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में विश्व नदी दिवस मनाया जाता है। हमारे देश सहित अमेरिका, पोलैंड, दक्षिण अफ्रिका, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, बांग्लादेश कनाडा और ब्रिटेन आदि देशों में विश्व नदी दिवस पर नदियों की रक्षा के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
विश्व नदी दिवस का महत्व
बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से नदियों का जल दूषित होता जा रहा है। प्रदूषण की वजह से जलवायु में भी परिवर्तन हुआ है जिसके कारण कई नदियां सिकुड़ती जा रही हैं। विश्व नदी दिवस पर कई देश लाखों लोग और कई अंतर्राष्ट्रीय संगठन नदियों के बचाव के लिए अपना योगदान करते हैं। इस दिन लोग संकल्प लेते हैं कि वे नदियों को प्रदूषित नहीं करेंगे और उन्हें प्रदूषित होने से बचांएंगे। यहा दिन लोगों में नदियों के महत्व उसकी स्वच्छता के प्रति जागरुकता भी लाता है।
विश्व नदी दिवस पर सभी देश एक जुट होकर नदियों के सरंक्षण के विषय पर बात करते हैं। इस दिन को एक पर्व की तरह भी मनाया जाता है। दुनिया भर के कम से कम 60 देशों में विश्व नदी दिवस पर आयोजन किएजाते हैं जिसमें लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। इसमें नदियों की सफाई करने से लेकर रिवर राफ्टिंग जैस कार्यक्रम होते हैं। जिसमें लोग नदियों की सफाई के साथ नदियों में घूमने का लुफ्त भी उठाते हैं।
नौतनवां तहसील प्रभारी दीपक बनिया