महराजगंज:कोविड 19 के मद्देनजर 23 मार्च 2020 को भारत-नेपाल की सरहद से विदेशियों समेत भारत और नेपाल के लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। रोक और तालाबंदी के दौरान भी 51 विदेशी सैलानियों ने सरहद पार किया।
नेपाल बेलहिया के आव्रजन कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक 23 मार्च के बाद अप्रैल माह में किसी भी विदेशी को सरहद से जाने की अनुमति नहीं दी गई। मई माह में दो चीनी नागरिकों को नेपाल से भारत जाने दिया गया था। जून में चार विदेशी नागरिक जो कि यूएस, मॉरीशस, फिलिस्तीन व ईरान के थे, उन्हें भारत जाने दिया गया।
जून में एक अन्य विदेशी को नेपाल जाने की अनुमति मिली। जुलाई में आवागमन नहीं हुआ। अगस्त में चार विदेशी नेपाल से भारत आए। एक विदेशी भारत से नेपाल गया। सितंबर में आठ विदेशी भारत आए। अक्तूबर माह में पांच विदेशी नेपाल से भारत व चार विदेशी भारत से नेपाल आए।
जनवरी, फरवरी व 23 मार्च तक हुआ था हजारों विदेशियों का आवागमन
नवंबर में छह विदेशी भारत आए व चार विदेशी नागरिकों को नेपाल प्रवेश की अनुमति दी गई। दिसंबर में 12 पासपोर्ट धारकों को नेपाल से भारत आने दिया गया। जिसमें पांच वियतनाम के नागरिक भी शामिल रहे।
नेपाल बेलहिया आव्रजन अधिकारी गिरीराज खनाल का कहना है दोनों देशों के गृह मंत्रालय की अनुमति के बाद कुल 51 पासपोर्ट धारक विदेशी नागरिकों को सरहद पार करने की अनुमति दी गई है।
बेलहिया आव्रजन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी 2020 में 11759 विदेशी नागरिक नेपाल गए और 10888 नेपाल से भारत आए। फरवरी में 23179 विदेशी नागरिक भारत से नेपाल आए और 21066 नेपाल से भारत गए। 23 मार्च तक 8419 विदेशी नागरिक नेपाल आए व 8074 भारत गए थे।