कुंवरगांव। मामला कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव यूसुफ नगर का है जहाँ गाँव का ही एक व्यक्ति जो काफी लंबे अरसे से भैसे का मीट बेचता चला आ रहा है । खाद्य विभाग लाइसेंस होने का दावा कर रहा है लेकिन लाइसेंस जारी होते समय पुलिस की रिपोर्ट नहीं लगी है ।घटना शुक्रवार दोपहर की है जहां मीट दुकान संचालक का पिता लाठी लेकर रास्ते में बैठा था जहां गांव मोनिस पुत्र इकरार अपने खेत से लाकर तुरई बेंच रहा था दुकानदार को शक था कि मोनिस भैंसे का मीट बेच रहा है । इसी बात को लेकर मीट विक्रेता ने युवक के साथ मारपीट करने के लिए तैयार हो गया और दोनों तरफ से लाठी डंडे खिंच आए।जब वह युवक थाने पहुँचा तो वहाँ मौजूद एक सिपाही ने मीट विक्रेता को बुलबाकर दोनों पक्षो का समझौता करा दिया और घर भेज दिया उसका लाइसेंस के बारे में पूछा तक नहीं जब इस संबंध में थाना प्रभारी रविकरन सिंह से बात की तो उन्होंने तुरंत दोनों पक्षों को थाने बुलाकर मीट दुकानदार का लाइसेंस देखा और खाद्य विभाग अधिकारियों को अवगत कराया । जिसपर पता चला कि लाइसेंस तो अप्रैल के माह में जारी हुआ है लेकिन उसपर थाना पुलिस की कोई जांच आख्या नहीं लगी है । और न ही ग्राम सभा की कोई मोहर लगी है ।
अब सवाल यह उठता है कि गाँव मे भैंसे का मीट बेचने का लाइसेंस कहां से और कैसे जारी हो गया और किसके आदेश पर गांव में मीट बेचा जा रहा है। जबकि गांव यूसुफ नगर पहले से ही अतिसंवेदनशील में है । जहां आधी आबादी हिंदुओ व आधी आबादी में मुस्लिम हैं ।जब मामला दुवारा थाने पहुंचा तो पुलिस ने दोनों पक्षों को किया थाने में बंद ।
थाना प्रभारी रविकरन सिंह का कहना है कि दो पक्षों में कहासुनी हुई है दोनों पक्ष थाने आ गए जिसमें दुकानदार ने लाइसेंस दिखाया है लेकिन पुलिस की रिपोर्ट नहीं लगी है ।