The echo of Ganpati Bappa Morya reverberated from house to house in Chandausi
कोरोना गाइडलाइन के अनुसार विराजे गजानन महाराज विशाल स्वचालित भव्य रथयात्रा पर इस बार भी रोक लगेगी। दरअसल बता दे आपको जनपद संभल के चंदौसी विश्व प्रसिद्ध गणेश चतुर्थी मेले की श्रंखला में आयोजित श्रद्धालुओं की श्रद्धा के प्रतीक गजानन महाराज की प्रतिमाऐं सैकड़ों की संख्या में घर-घर , गली-गली पांडाल सजा कर विधिवत कोरोना गाइडलाइन के अनुसार विराजमान की गयी है। इस पर पूरा शहर एक स्वर में गणपति बप्पा मोरया की गूजों से गुंज उठा है। साथ ही साथ बता दे आपको कि चन्दौसी में आयोजित होने वाले गणेश चतुर्थी मेले को मुंबई में आयोजित गणेश चतुर्थी के बाद पूरे देश में दूसरे नंबर पर माना जाता है।
यहां गणेश चतुर्थी के दिन दोपहर 3 बजे से रात्रि 3 बजे तक पूरे शहर से निकाली जाने वाली सैकड़ो की संख्या में स्वचालित विशाल झांकियों की रथयात्रा में लाखों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु दर्शन करते है परन्तु दो वर्षो से कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते शासन की गाइड लाइन के अनुसार शोभायात्रा पर रोक लगा दी गई।
इसी क्रम में इस वर्ष भी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार कोरोना महामारी से बचाव हेतु शोभायात्रा पर रोक लगा दी गयी है किन्तु श्रद्धालुओं की श्रृद्वा के प्रतीक गणपति बप्पा की प्रतिमा सोशल डिस्टेंशिंग आदि सावधानियों को ध्यान में रख कर पंडालों में विधि विधान से पूजा अर्चना कर विराजमान की गयी हैं और मंदिरों में आस्था का जनसैलाब उमड़ा है। साथ ही साथ बता दे आपको इस तरह दस दिन गजानन महाराज की भक्ति पूजा अर्चना के बाद 19 सितम्बर यानि अनंत चतुर्दशी के दिन राजघाट स्थित गंगाघाट पर विधि विधान से पूजा अर्चना कर गाजे बाजे के साथ गणपति बप्पा का विसर्जन किया जायगा।
संभल से कपिल अग्रवाल के साथ दिलीप सक्सेना की रिपोर्ट