सहसवान । मुख्यमंत्री महोदय आपके निर्देशानुसार तहसील दिवस में नोडल अधिकारी कमिश्नर को नियुक्त किया है। जो कहीं भी जाकर मंडल में संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत सुन सकते है। फरियादियों की,कमिश्नर के पास तक नहीं पहुंचने दिया। तहसील कर्मियों ने फरियादी को कमिश्नर साहब एक नजर सहसवान की ओर डालिए आपके पास तक नहीं पहुंचने दिया फरियादी को
जीवित को मृत घोषित कर दिया हल्का लेखपाल ने
सहसवान तहसील सहसवान क्षेत्र के ग्राम परमू परगना व तहसील सहसवान बलराम पुत्र झम्मन लाल ने किसान सम्मान निधि योजना में आवेदन किया था। आवेदन के बाद से सम्मान निधि कि किस्त आने लगी थी। लेकिन कुछ समय से प्रधानमंत्री सम्मान निधि किस्त आना बंद हो गई। पीड़ित ने इसकी जानकारी बैंक स्टेटमेंट निकाल कर ली तो उसमें जीवित व्यक्ति मृत घोषित कर दिया गया। जिस कारण उसकी सम्मान निधि किस्त आना बंद हो गई। इस बाबत पीड़ित ने बताया की हल्के पर रहे लेखपाल भगवानदास ने 5 किस्तो के बाद सुविधा शुल्क मांगना शुरू कर दी सुविधा शुल्क न देने पर उन्होंने कहा कि तेरे पास मात्र एक बीघा जमीन है। मैं उसे आबादी में दर्ज कर दूंगा और तेरी सम्मान निधि योजना बंद हो जाएगी या फिर तुझे मृत घोषित कर दूंगा बरहाल पीड़ित अधिकारियों के चक्कर लगा लगा कर परेशान हो चुका है । कल तहसील दिवस में पीड़ित ने गुहार लगाने के लिए प्रार्थना पत्र तैयार करा कर तहसील परिसर में पहुंचा यहां पर जो कर्मचारी रशीद दे रहे थे। आईजीआरएस पोर्टल पर संख्या दर्ज होती है उन्होंने भी प्रार्थना पत्र नहीं लिया और कह दिया कि प्रार्थना पत्र ऐसे ही दे दो पीड़ित प्रार्थना पत्र लेकर फरियाद सुन रहे मंडलायुक्त बरेली आर रमेश कुमार के पास पहुंचने की कोशिश की तो वहां पर मौजूद उप जिलाधिकारी सहसवान ने बाहर ही प्रार्थना पत्र ले लिया जो कमिश्नर के पास तक नहीं पहुंच सका बरहाल सहसवान में तहसील विभाग में इतना लंबा भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका है। जिससे आम जनमानस की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है योगी जी सहसवान तहसील की ओर आपको विशेष नजर रखने की जरूरत है क्योंकि यहां पर जीवित को मृत मृत को जीवित कर देना आम बात हो चुकी है। जब पीड़ित फरियाद लेकर जाता है तो यह कह कर टाल दिया जाता है। की कंप्यूटर की गलती है हमारे तरफ से कोई गलती नहीं हुई है बरहाल ऐसा प्रतीत होता है कि यहां का कंप्यूटर ऑटोमेटिक चलता रहता है।