सहसवान / मामला तहसील सहसवान थाना जरीफनगर क्षेत्र के ग्राम मालपुर मुस्तहकम का है जहां भू माफियाओं ने जबरन कब्जा कर इस बुजुर्ग की जगह पर अवैध निर्माण करा लिया जिसको लेकर बुजुर्ग ने जमीन के लिए हर जगह पर गुहार लगाई वृद्ध हरप्रसाद पुत्र इंदर ग्राम मालपुर ततेरा ने पूर्व में रहीं उप जिलाधिकारी ज्योति शर्मा को 2-06-2021 दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि मेरी जमीन मालपुर में स्थित है जिसका बैनामा अलीजान पुत्र मौला बख्श से दिनांक 11-2-2011 को कराया था जिसका अमल दरामद सरकारी अभिलेखों में हो चुका है जिसका प्रार्थी मालिक व स्वामी है वही गांव के ही भू माफिया पहलवान, गंगा प्रसाद, नंदू उर्फ नंदकिशोर, राजवीर, ने लेखपाल की मिलीभगत से स्टे होने के बावजूद भी लेखपाल द्वारा इन लोगों से कब्जा करा दिया गया जिसको लेकर प्रार्थी ने दिनांक 21- 8-2021 संपूर्ण समाधान दिवस में दिन शनिवार को प्रार्थी आपबीती सुनाने के लिए संपूर्ण समाधान दिवस में जा पहुंचा लेकिन हैरान करने वाली बात यह रही वहां मौजूद लेखपाल ने बुजुर्ग के हाथों से कागज ले लिए और कह कर यह टाल दिया कि बाबा आप जाओ मैं संपूर्ण समाधान दिवस में आप के कागज दे दूंगा कहीं ऐसा तो नहीं कि लेखपाल को अपनी नौकरी का डर सता रहा हो कहीं भ्रष्टाचार का पर्दा पास ना हो जाए इसीलिए लेखपाल द्वारा बुजुर्ग के लिए अधिकारियों से लेखपाल ने नहीं मिलने दिया लेकिन यह सरकार योगी जी महाराज की है जहां बड़े-बड़े भू माफियाओं के तख्ते तबाह हो गए बच कोई नहीं पाया बुजुर्ग ने बताया कई बार प्रार्थना पत्र थाना दिवस, संपूर्ण दिवस, समाधान दिवस, मैं दे चुका है लेकिन भू माफिया के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई जिसको लेकर बुजुर्ग मजबूर होकर अपना गांव छोड़कर अपने परिवार के साथ पलायन करने को मजबूर हो गया है बुजुर्ग ने बताया उसने भू माफियाओं द्वारा निर्माण रोकने के लिए थाना जरीफनगर पुलिस के भी पैरों पर गढ़ गढ़ आया लेकिन जरीफनगर पुलिस ने भी उसकी एक न सुनी लेकिन हैरान करने वाली बात एक और भी है जहां जमीन का स्टे होने के बावजूद भी कोर्ट की अवहेलना कर दबंगों द्वारा निर्माण करा लिया गया डीएम साहब आप ही बताइए कि अगर कोई व्यक्ति आपके संपूर्ण समाधान दिवस में अपनी फरियाद लेकर आए तो लेखपालों द्वारा उसको क्यों रोक लिया जाता है कहीं आप तक बात नहीं पहुंच जाएं डीएम साहब सारा मामला अपने संज्ञान में लेकर इन सारी चीजों की बारीकी से जांच कराइए जिसमें दूध का दूध पानी का पानी हो सके!