अलापुर । कोरोना काल मे साढ़े पांच महीने से बन्द मदरसा पैराडाइज़ अलापुर मंगलवार 24 अगस्त को प्रवेशोत्सव मनाया गया। मदरसा खुलने को लेकर शिक्षक ही नहीं छात्र /छात्राओं मे भी खासा उत्साह देखने को मिला। उत्साह इतना कि कुछ बच्चे स्कूल खुलने के समय से घंटे भर पहले पहुंच गए। इस अवसर पर स्कूल के मुख्य गेट को रंगोली फूल व गुब्बारों से सजाया गया। कोविड 19के बाद स्कूल खुलने पर स्कूल में पहुंचे बच्चों कार्यवाहक प्रधानाचार्य मुहम्मद आदिल खान व अन्य शिक्षकों के द्वारा जोरदार स्वागत किया गया इस अवसर पर शिक्षकों ने बच्चों को गुब्बारे व टाफी देकर बच्चों का स्वागत किया।
बही बच्चों मे भी स्कूल जाने को लेकर उत्साह नजर आया।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मुहम्मद रूहेल आजम के दिशानिर्देशों के आदेशानुसार सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग मास्क लगाकर बच्चे बोतल में पानी साथ लेकर आए आदि गाइडलाइन का पालन किया।
कोविड 19 महामारी की रोकथाम हेतु साढ़े पांच माह पूर्व लगाये गये देशव्यापी सम्पूर्ण लाॅक डाउन के चलते पटरी से उतरा शिक्षण कार्य मंगलवार से पूर्ण रुप से बहाल हो गया।
कार्यवाहक प्रधानाचार्य मुहम्मद आदिल खान ने बताया कि
इसके तहत स्कूल के बाहर गोले बनाए गए हैं ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. स्कूल में प्रवेश के दौरान मास्क जरूरी है और थर्मल स्कैनिंग भी होगी.
शासनादेश के बाद कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के बच्चों का अध्यापकों ने स्वागत किया और मदरसा मे नये टीएलएम कक्षाऐं देखकर बच्चे उत्साहित नजर आये।
करीब साढ़े पांच महीने के बाद मंगलवार को बच्चे उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे। स्कूल में आए सभी विद्यार्थियों के चेहरों पर चमक थी। जो छात्र छात्राएं घर पर ऑनलाइन पढ़ाई से ऊब गए थे, उन्हें कक्षा में पढ़ने और स्कूल में अपने साथियों से मिलने का एक अलग अनुभव था। बहुत दिनों बाद दोस्तों से मिलने का उत्साह दिखाई दिया।
स्कूल न खुलने के दौरान की गई गतिविधियों पर बच्चे आपस में चर्चा करते दिखे। ऑनलाइन क्लास चलने की वजह से आपस में नोट्स भी शेयर किए
लम्बे अंतराल के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों ने कहानी कविता से पठन-पाठन कार्य प्रारंभ कर मन लगाकर पढकर अपना भविष्य उज्जवल बनाने का संकल्प लिया।
मुहम्मद फुरकान, अंसारी तहरीम, अकरम, अनम, सिद्दीकी शबाना, बेगम दीपांजलि, मुहम्मद फैसल, खान आदि अध्यापक उपस्थित रहे।