जीआईसी में अब छात्रों को प्रशासनिक सेवाओं व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग भी प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत वसंत पंचमी पर इसकी शुरुआत होगी। कोचिंग में कमिश्नर फिजिक्स और डीएम इतिहास पढ़ाएंगे। अन्य आला प्रशासनिक अधिकारियों को भी एक-एक विषय की जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर प्रदेश के 71वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्युदय योजना का ऐलान किया था। योजना के तहत आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीए, सीडीएस, नीट और जेईई आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सरकार नि:शुल्क कोचिंग उपलब्ध कराएगी। इसके तहत आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अफसर छात्रों को पढ़ाने के साथ ही उनका मार्गदर्शन भी करेंगे।

इसके साथ ही माध्यमिक स्कूलों और प्राइवेट कोचिंग के उत्कृष्ट शिक्षक विषय विशेषज्ञ के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। बरेली में जीआईसी को कोचिंग के लिए चुना गया है। सामान्य स्कूल समय के बाद कोचिंग की कक्षाएं लगेंगी। जीआईसी में बन रहीं स्मार्ट कक्षाओं में इसका संचालन होगा। छात्रों को सिलेबस, क्वेश्चन बैंक और ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल भी दिया जाएगा। 

शहर के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों का किया गया चयन
कोचिंग में पढ़ाने के लिए शिक्षकों के पैनल को तैयार करने की जिम्मेदारी जेडी डॉ प्रदीप कुमार को दी गई थी। जेडी ने अपनी टीम की मदद से शहर के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों का पैनल तैयार किया है। इसमें माध्यमिक स्कूलों के साथ-साथ शहर में संचालित प्राइवेट कोचिंग के शिक्षकों को भी शामिल किया गया है।

अधिकारियों-शिक्षकों का पैनल तैयार
जेडी डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी। कोचिंग में कक्षाएं लेने के लिए अधिकारियों और शिक्षकों का एक पैनल तैयार कर लिया गया है। छात्रों को वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों का भी मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कोचिंग में छात्रों को विभिन्न परीक्षाओं के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न आदि की नि:शुल्क जानकारी दी जाएगी। उच्च स्तरीय कोचिंग संस्थाओं के स्टडी मैटेरियल भी मुहैया कराए जाएंगे।