- भारत में छप कर नेपाल गए थे राजस्व विभाग नेपाल के स्ट्रीकर
- दो व्यक्ति गिरफ्तार, नौतनवा व गोरखपुर से स्ट्रीकर लाने की कबूली बात
सोनौली महराजगंज: उत्पादों पर नेपाल सरकार के अधिकृत राजस्व स्ट्रीकर की नकली खेप को शनिवार को रुपनदेही जिला के सरहदीय गांव दरखसवा गांव में पुलिस ने पकड़ लिया है। पकड़े गए स्ट्रीकर की कीमत दो करोड़ 35 लाख 64 हजार रुपये आंकी गई है। मामले में दो नेपाल निवासी व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है। जिन्होंने पूछताछ में यह बताया है कि वह स्ट्रीकर को नौतनवा व गोरखपुर के छपाई करने वाले संस्थानों से लाते थे।
नेपाली शराब की बोतलों पर लगता है स्ट्रीकर:
नेपाल रुपनदेही जिले के शशस्त्र पुलिस के एसपी राजेश उत्प्रेती का कहना है जो स्ट्रीकर बरामद हुए हैं। उनका उपयोग अधिकतर नेपाली शराब की बोतलों पर चस्पा किया जाता है।
ये हैं गिरफ्तार व्यक्ति:
हिरासत में लिए गए व्यक्ति भैरहवा सिद्धार्थनगर नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 दरखसवा के निवासी शाहिद अंसारी व अमानत अली हैं। नेपाल पुलिस के अनुसार दोनों की उम्र 25 वर्ष के करीब है।
कहां है दरखसवा गांव:
जिस गांव में नकली स्ट्रीकर की बरामदगी हुई है। वह भारतीय सीमा से महज 2 किलोमीटर दूर है। नौतनवा कस्बा से अरघा गांव होते हुए राजिया घाट पुल पार करने के बाद शेख फरेंदा गांव के रास्ते मात्र कुल 5 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद दरखसवा गांव पहुंचने का रास्ता है। शेखफरेंदा गांव का नोमेंस पार करने के बाद पिपरहिया गांव के बाद दरखसवा गांव है।
नकली नोट भी छाप सकती है स्ट्रीकर छापने वाली मशीन:
भारत-नेपाल की डंडा हेड सीमा की निगरानी में तैनात नेपाल सशस्त्र पुलिस निरीक्षक कृष्ण प्रसाद आर्याल का कहना है कि स्ट्रीकर जिस डिजाइन व मशीन से छापे गए हैं। वैसी मशीन नकली नोट भी आसानी से छाप सकती है। बीते कुछ दिन से उन्हें भारतीय क्षेत्र के शेखफरेंदा, खनुआ, हरदी डाली, फरेंदी तिवारी गांव के पगडंडियों से नकली स्ट्रीकर नेपाल लाए जाने की सूचना निरंतर मिल रही थी। जिस ओर उन्होंने एक योजनाबद्ध तरीके से काम कर नकली स्ट्रीकर को पकड़ लिया।
नौतनवां तहसील प्रभारी दीपक बनिया