शहीद के प्रति आस्था को नहीं डिगा सकी मूसलाधार वर्षाा।

शहीदों की शहादत से समाज लें प्रेरणा ।

पूर्व सैनिकों को आरक्षित पद अभियान चलाकर भरे जाने तथा पूर्व सैनिकों के शस्त्र लाइसेंस उनके गृह जनपद में दर्ज किए जाने की उठी मांग।

प्रशासन के प्रतिनिधि के रुप में तहसीलदार बिसौली ने की सहभागिता।

पांच सौ से अधिक पूर्व सैनिकों, पंचायत प्रतिनिधियों व प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित।

क्षत्रिय महासभा बदायूं के आनुसन्ज्ञिक सन्गठन क्षत्रिय सैनिक सभा बदायूं के तत्वावधान में कारगिल शहीद हरिओम सिंह की जयंती के अवसर पर पूर्व सैनिक, पंचायत प्रतिनिधि व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन क्षत्रिय महासभा के जिला संयोजक मुनीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया।

मुख्य अतिथि के रुप में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी बरेली कर्नल राघवेन्द्र सिंह राघव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रधान महासचिव आलोक सिंह चौहान “”संघर्षी”” , जिला बार एसोसिएशन बदायूं के अध्यक्ष योगेश्वर प्रताप सिंह तोमर व शहीद की पत्नी ब्लाक प्रमुख गुड्डी देवी की उपस्थिति रही।

सर्वप्रथम अतिथिगण व उपस्थित जन समूह द्वारा शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। शहीद की स्मृति में वृक्षारोपण भी किया गया। उपस्थित जनों को भी वृक्ष वितरित किए गए। समारोह में बदायूं, बरेली शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, संभल, कासगंज व एटा जनपद से बड़ी संख्या में पधारे पूर्व सैनिकों, तथा जनपद बदायूं के नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों व प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाया गया तथा खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई।

समारोह में क्षत्रिय सैनिक सभा के संरक्षक विजय रतन सिंह व सुखवीर सिंह भदौरिया की ओर से प्रस्ताव रखा गया कि सरकारी नौकरियों में पूर्व सैनिकों को आरक्षित पदों को अभियान चलाकर भरा जाये तथा पूर्व सैनिकों के शस्त्र लाइसेंस उनके गृह जनपद में ही दर्ज किए जाये, सभी ने प्रस्ताव का समर्थन किया तथा भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने हेतु सहमति प्रदान की गई।

अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि कर्नल राघवेन्द्र सिंह राघव ने कहा कि सैनिकों के त्याग और बलिदान के कारण ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, सैनिकों के कारण ही हम सब देशवासी चैन की नींद सो रहे हैं। कारगिल के युद्ध में शहीद हरिओम सिंह का अविस्मरणीय योगदान रहा है। उनके बलिदान से हम सब गौरवान्वित हुए हैं। धन्य है वह मां जिसने हरिओम सिंह जैसे वीर पुत्र को जन्म दिया। समाज को विशेष रूप से युवाओं को शहीदों के आचरण से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए। समाज का यह भी नैतिक कर्तव्य है कि वह पूर्व सैनिकों को पूर्ण सम्मन व आदर प्रदान करे।

विशिष्ट अतिथि क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रधान महासचिव आलोक सिंह चौहान संघर्षी ने कहा कि एक सैनिक जब अपनी शहादत देता है तो वह स्वय तो अमरत्व प्राप्त करता ही है,साथ ही उससे जुड़े सभी व्यक्ति, वस्तुएं,स्थान और स्मृतिया भी अमर हो जाती है। शहीदों के प्रति, उनके परिजनों के प्रति, पूर्व सैनिकों के प्रति हमें आदर का भाव रखना चाहिए, साथ ही यह आदर का भाव दिखाई भी दे।

जिला बार एसोसिएशन बदायूं के अध्यक्ष योगेश्वर प्रताप सिंह तोमर ने विशिष्ट अतिथि के रुप में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा सैनिकों की समस्यायों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करने व कराने को सदैव तत्पर रहना चाहिए। ऐसे प्रयास हो कि सैनिकों के जीवन में समाज द्वारा समस्याये उत्पन्न न हो।

शहीद की पत्नी व ब्लाक प्रमुख गुड्डी देवी ने कहा कि मेरे पति के बलिदान के कारण हमारे परिवार को समाज द्वारा जो मान-सम्मान दिया जाता है, उसके लिए वह समाज के ऋणी है। क्षत्रिय महासभा बदायूं द्वारा प्रतिवर्ष उनके पति की जयंती पर यह भव्य आयोजन ग्राम इटौआ में किया जाता है , इसके लिए हम क्षत्रिय महासभा बदायूं के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हैं कि उनके द्वारा समाज को प्रेरित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

इस अवसर पर कवि पवन शंखधर, हर्ष वर्धन मिश्र व अखिलेश ठाकुर द्वारा काव्यपाठ भी किया गया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट, वरिष्ठ ट्रस्टी धनपाल सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह, क्षत्रिय महासभा के मण्डल अध्यक्ष राजीव सिंह, मण्डल महासचिव, हरवीर सिंह, मण्डल संगठन मंत्री विजय पाल सिंह भदौरिया, मार्गदर्शक आचार्य प्रताप सिंह, नगर अध्यक्ष डाल भगवान सिंह, संरक्षक राणा प्रताप सिंह, सूबेदार सुरेश पाल सिंह चौहान, महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के जिला संयोजक राम प्रताप सिंह, संरक्षक राजपाल सिंह भदौरिया, ओमपाल सिंह दद्दा, जिला बार एसोसिएशन बदायूं के महासचिव संदीप मिश्र एडवोकेट, देवेंद्र सिंह, विजय सिंह सेंगर, अंबुज सिंह, तिलक सिंह, रामगोपाल, संरक्षक सैनिक सभा विजय रतन सिंह, सुखवीर सिंह भदौरिया, जिला अध्यक्ष राकेश सिंह, जिला सचिव अखिलेश चौहान, विश्व हिन्दू परिषद् के प्रांतीय मंत्री जगपाल सिंह, प्रमुख पति उसवा दिनेश सिंह, धर्मवीर सिंह, मनोज कुमार सिंह, डॉ राजेश कुमार सिंह, सूबेदार मेजर राकेश सिंह, कैप्टन अनोज कुमार सिंह, कैप्टन सुरेश, नरेंद्र सिंह, अमर सिंह, सुरेंद्र सिंह बुंदन बख्स, सुभाष चन्द्र, हरीशकर , मोहित चौहान, महिपाल, गुलाम नबी, राहुल सिंह, अनुज सिंह, भानु प्रताप, पवन पाठक, रियाजउद्दीन, आदि की सहभागिता रही।

समागम का संचालन क्षत्रिय सैनिक सभा बदायूं के जिला अध्यक्ष रतन वीर सिंह तोमर एवं कवि अखिलेश ठाकुर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

अंत में क्षत्रिय महासभा बदायूं के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह व शहीद के पुत्र कुवर प्रताप सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।