Badaun: Firing in electoral rivalry, youth lost his life
प्रधानी चुनाव की रंजिश को लेकर दो गुटों में जमकर फायरिंग हुई। इसमें एक ग्रामीण की सीने पर गोली लगने से मौत हो गई। देर रात कप्तान समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रहीं हैं।
बदायूँ ज़िले के अलापुर थाना क्षेत्र के कोड़ा गूजर गांव निवासी नरसिंह (40) ने अपने एक परिचित को प्रधानी का चुनाव लड़ाया था। उसके घर के सामने रहने वाले हरिश्चंद्र ने भी अपने स्वर्गवासी भाई पप्पू की पत्नी सरिता को प्रधानी के चुनाव में खड़ा किया था। बताते हैं कि हरिश्चंद्र को अपनी भाभी सरिता की जीत का पक्का यकीन था, पर वह हार गईं। नरसिंह का प्रत्याशी भी चुनाव हार गया। हरिश्चंद्र को लगता था कि नरसिंह के प्रत्याशी के वोट काटने की वजह से ही उसकी भाभी चुनाव हार गईं। इस बात को लेकर चुनाव के बाद से ही दोनों पक्षों में तनातनी चली आ रही थी। दोनों पक्षों में कई बार छिटपुट झगड़ा भी हो चुका था।मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे खाना खाने के बाद दोनों ही पक्ष अपनी छतों पर थे। आमने-सामने छत होने की वजह से फिर छींटाकशी शुरू हो गई। गालीगलौज के बाद हरिश्चंद्र पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया। जवाब में नरसिंह और उनके पक्ष के लोगों ने भी पथराव किया। इसके बाद हरिश्चंद्र व उसके पक्ष के लोग नाजायज असलहे निकाल लाए और फायरिंग शुरू कर दी। दूसरी ओर से भी फायरिंग हुई। इसी दौरान हरिश्चंद्र पक्ष की ओर से चलाई गई गोली नरसिंह के सीने में जा धंसी और वह चीखते हुए जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद हमलावर पक्ष के लोग छतों से कूदकर फरार हो गए।
नरसिंह के परिवार के लोग उसे लेकर तत्काल अस्पताल पहुंचे, जहां नरसिंह को मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर अलापुर इंस्पेक्टर समेत पुलिस टीम मौके पर पहुंची। रात सवा 11 बजे एसएसपी संकल्प शर्मा, एसपी सिटी प्रवीन सिंह चौहान व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अलापुर इंस्पेक्टर को निर्देश दिए कि टीम गठित करके आरोपियों की गिरफ्तारी करें।
संद्प्रकाश की खास रिपोर्ट