• तीन तरफ से नदी व एक तरफ है नोमेंस लैंड
  • उफनाई नदी में डूब जाता है आवागमन का मुख्य पुल
  • लोनिवि ने दिया पुल को दुरुस्त करने की कवायद का आश्वासन

नौतनवा:
तीन तरफ से नदी व एक तरफ से नोमेंस के बीच स्थित नौतनवा ब्लाक क्षेत्र का शेष फरेंदा गांव बरसात के मौसम में दुश्वारियों से घिर जाता है। उफनाई नदियों से गांव का आवागमन गांव तक ही सीमित हो जाता है। लोग जान जोखिम में डाल नदियों को पार करते हैं। गांव दो तरफ से डंडा नदी व एक तरफ से डंडा नदी की सहायक घाघरा नदी से घिरा है। गांव के तरफ जाने वाला सबसे प्रमुख मार्ग डंडा नदी के रजिया घाट से होकर जाता है। जहां ह्यूम पाइप का पुल है। ऊंचाई कम होने के कारण नदी के बढ़े जल स्तर में पुल डूब जाता है। दूसरा पुल गांव के करमहिया टोला के पास घाघरा नदी पर है। जिसका दक्षिणी एप्रोच ध्वस्त है। तीसरा पुल सोनौली के फरेंदी तिवारी बाजार के पास है। जिसका एप्रोच भी खस्ताहाल है। ग्रामीण नरेंद्रधर द्विवेदी, सुनील साहनी, मोहन, रामप्रसाद व ग्राम प्रधान महेंद्र यादव का कहना है कि बरसात में नदियों के उफनाने से उन्हें कई दिन गांव में ही रहना पड़ता है। आकस्मिक जरूरत पर उन्हें जान को खतरे में डालकर नौतनवा कस्बा की ओर जाना पड़ता है। यह समस्या वर्षों से है। लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है।
लोक निर्माण विभाग के जेई आरपी चौधरी का कहना है कि शेषफरेंदा के करमहिया घाट पुल के ध्वस्त एप्रोच को बनाने का टेंडर हो गया है। रजिया घाट पुल के उच्चीकरण का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। जल्द ही पुलों को आवागमन के लिए दुरुस्त कर दिए जाएंगे।

नौतनवां तहसील प्रभारी दीपक बनिया