महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली के 5 लाख छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है. मामला विश्वविद्यालय के प्राइवेट फॉर्म्स को लेकर है. प्रतिवर्ष दिसंबर में ही प्राइवेट फॉर्म जारी कर दिए जाते हैं. इस बार फरवरी आ जाने के बाद भी अभी तक विश्वविद्यालय ने प्राइवेट फॉर्म जारी नहीं किए हैं.

इस विषय को लेकर जब हमने विश्वविद्यालय के कुलसचिव, कुलपति और परीक्षा नियंत्रक से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कोई भी सटीक उत्तर नहीं दिया. इससे स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य को लेकर सजग नहीं है.

सूत्रों के माध्यम से इस प्रकार की खबरें आ रही हैं कि उत्तर प्रदेश में इस बार प्राइवेट फॉर्म बंद होने वाले हैं. यह एक दुख भरी खबर हो सकती हैं क्योंकि प्रदेश के लाखों छात्र प्राइवेट फॉर्म भरकर शिक्षा प्राप्त करते हैं.

इस बारे में जब हमने रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह यादव से बात की तो वे बोले कि उत्तर प्रदेश सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह यादव ने कहा कि यदि विश्वविद्यालय ने जल्दी ही फॉर्म जारी नहीं किए तो छात्र आंदोलन करने को विवश होंगे.