रिपोर्टर – सौरभ गुप्ता
सहसवान। मुख्यमंत्री जी सहसवान की जनता जमकर पीस रही है इस जनता की सहसवान में कोई भी नेता फरियाद सुनने वाला नहीं है गरीबों का मसीहा बनकर एक नेता जी सहसवान में उभरे थे लेकिन उनके निर्देशों के लिए भी हर विभाग अनसुना कर देता है चाहे कोई सा भी विभाग हो जनता से कम से कम विभाग दास चक्कर ना लगावा ले जब तक काम होने में नहीं आता चाहे कोई सा भी विभाग हो आखिरकार थक हार कर व्यक्ति अपने घर पर ही बैठ जाता है और सरकार को कोसा देने लगता है भाजपा के सहसवान के नेताओं को जनता से कोई मतलब ही नहीं है सिर्फ अपनी ही रोटियां सेकने में लगे रहते हैं सहसवान के एक नेता द्वारा जनता की समस्या सुनने के लिए कार्यालय भी बनाया गया जनता अपनी फरियाद को लेकर उस कार्यालय पर जाकर आपबीती भी सुनाती थी लेकिन आपसी मतभेद के कारण जनता को जमकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है आखिर कहां जाए जनता अपनी फरियाद सुनाने जिससे उसका काम हो सके कहीं ऐसा ना हो इसका असर आने वाले चुनाव में देखने को मिल जाए ऐसा ही मामला मोहल्ला काजी का देखने को मिला जहां जमकर मारपीट होने के बाद फरियादी अपनी फरियाद को लेकर जगह-जगह भागता फिर रहा उसने भाजपा के कई लोगों को अवगत भी कराया लेकिन उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था आखिर कर दबाव के चलते उसको फैसला ही स्वीकार करना पड़ा आखिर क्यों भाजपा सरकार में जनता का शोषण हो रहा है इससे साफ नजर होता है की सहसवान की जनता की सुनने वाला कोई नहीं है सिर्फ वरिष्ठ नेताओं के साथ में पहुंचकर क्या अपना चेहरा ही चमकाना होता है सिर्फ चेहरा चमकाने से कुछ नहीं होता जनता के बीच में रहकर काम करने से उनकी फरियाद सुनने से ही सब कुछ होता है ऐसा ही मामला दो दिन पहले एक जगह देखने को मिला जहां एक नेता जी के लिए जनता ने अवगत कराया कि हमारा कुछ काम पड़ गया है कोतवाली पर आ जाओ लेकिन नेता जी ने कोतवाली तो दूर जनता से कोई बात पूछने तक की हिम्मत नहीं जुटाई!