Administration misbehaves with its own employees in the police station
मामला थाना बजीरगंज का है जहां एक दरोगा ने अपने ही विभाग एक होमगार्ड प्लाटून कमांडर महीपाल निवासी मालिन गौंटिया थाना बजीरगंज के साथ ही बर्बरता कर डाली और इतना ही नहीं उसने बर्दी का रौब दिखाते हुए। होमगार्ड को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए होमगार्ड को वर्दी में ही हवालात में डाल दिया । होमगार्ड का कसूर सिर्फ इतना था कि उसके लड़के का गांव के ही एक पड़ोसी से खेत में पानी भरने को लेकर झगड़ा हो गया था जिसकी तहरीर होमगार्ड के लड़के ने थाना प्रभारी को दे दी ।जिसके बाद थाने तैनात दरोगा सुरेंद्र सिंह ने दूसरे पक्ष से आर्थिक सांठगांठ कर होमगार्ड महीपाल पर फैसले का नाजायज फैसले का दवाव बनाने लगा जिसपर होमगार्ड के द्वारा न मानने पर दरोगा ने होमगार्ड को जातिसूचक गालियां देते हुए बेइज्जत किया और उसे यहां तक की वर्दी में होते हुए हवालात में डाल दिया ।जिस समय थानाध्यक्ष अवधेश कुमार थाने पर नहीं थे । दरोगा जी होमगार्ड को हवालात में डाल जबरदस्ती एक कागज पर हस्ताक्षर करा लिए और क्षेत्र में निकल गए जिसके बाद होमगार्ड को एच एम अखलेश कुमार ने बाहर निकाला ।जिसके बाद होमगार्ड ने जिसकी शिकायत थानाध्यक्ष से की लेकिन कार्यवाही का आश्वासन देकर टाल दिया ।
जिसके बाद होमगार्ड ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है ।
रिपोर्ट लवकेश गुप्ता/तेजेन्द्र सागर