इस बजट से नहीं बढ़ेगा रोजगारइस बजट में रोजगार बढ़ाने वाली नीतियों का आभाव है। बजट से देश का मध्य वर्ग, अन्नदाता निराश हुआ है। इस बजट से देश में महंगाई बढ़ेगी। व्यापारियों के हाथ में कुछ नहीं आया है। रसोई सस्ती नहीं होगी। युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, शिक्षा का बजट बेहद कम है। ऐसे में सवाल है कि बजट में है क्या, कुछ भी तो नहीं है। बजट से किसानों की आय भी दोगुनी होती नहीं दिख रही है। इस बजट को बेहद निराश करने वाला, भ्रामक और असमंजस की स्थिति पैदा करने वाला बजट कहा जाएगा। हां सरकार ने निजीकरण करने की बात कहकर एक बात जरूर साफ कर दी है कि सरकार अब सबकुछ बेंचने पर लगी हुई है। उद्योगपतियों को लाभ मिलेगा और रूपये का एक ही जगह केंद्रीयकरण होगा। जिसका नुकसान आने वाले समय में देश को उठाना पड़ेगा।–अगम मौर्या, जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी।