SPs demonstrated against BJP government over rising inflation and election rigging
आगरा जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख के चुनाव, बढ़ती महंगाई और महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को लेकर समाजवादी पार्टी ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सपा सुप्रीमो से मिले निर्देश के बाद गुरुवार को सपा का हर कार्यकर्ता सड़कों पर नजर आया। आगरा जिले की सभी तहसील पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा सरकार का विरोध किया गया। आगरा सदर तहसील पर सपा शहर अध्यक्ष वाजिद निसार के नेतृत्व में सपा के सभी फ्रंटल संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए राजपाल महोदय के नाम ज्ञापन सौंप मांगों पर उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई।
सपा कार्यकर्ता सड़कों पर पैदल मार्च करते हुए भारी संख्या में सदर तहसील पहुंचे, यहां पर कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और पूरे तहसील परिसर और मार्ग को जाम कर दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने संबोधन के दौरान भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। सपाइयों का कहना था कि भाजपा का आम व्यक्ति पर जोर नहीं चला तो चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना लिए गए। दबंगई व सरकार के जोर पर इन चुनावों में कब्जा किया है। दूसरी ओर महंगाई चरम पर है, पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है। उन्हें सिर्फ चुनाव और अपनी राजनीति से मतलब है।
सपा शहर अध्यक्ष वाजिद निसार का कहना था कि यह सर्व विदित है कि भाजपा ने जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख के चुनाव किस तरह से जीती हैं। जिला पंचायत और ब्लॉक अध्यक्ष की कुर्सी कैसे कब्जाई गई है। इस चुनाव में भाजपा ने पूरी तरह से लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है लेकिन सपा कार्यकर्ता इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। कहीं सपा का कार्यकर्ता इस चुनाव में अपनी जीत दर्ज ना कर ले इसलिए कहीं प्रत्याशियों के पर्चे ही नहीं बनने दिए गए तो कहीं महिला प्रत्याशियों के कपड़े तक फाड़ दिए। इस चुनाव में भाजपा और के कार्यकर्ताओं ने हर दर्जे की बदतमीजी की है।
वाजिद निसार का कहना था कि एक तरफ महंगाई चरम पर है। पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। पेट्रोल इस समय लगभग ₹100 प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है जिसके कारण सभी खाद्य वस्तुएं भी महंगी हो गई हैं। आम व्यक्ति दो वक्त का खाना जुटाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करने में जुटा हुआ है लेकिन सरकार को इस महंगाई से कोई सरोकार नहीं है। उन्हें सिर्फ चुनाव से मतलब है और उसे जीतने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण इस चुनाव में देखने को मिल ही गया है।
सपा के पदाधिकारियों का कहना था कि बढ़ती महंगाई और चुनाव में हुई लोकतंत्र की हत्या से संबंधित एक ज्ञापन राज्यपाल महोदय के नाम सौंपा गया है। अगर इस ज्ञापन पर किसी भी तरह की सुनवाई नहीं हुई तो सपा कार्यकर्ता लोकतंत्र को बचाने और बढ़ती महंगाई के खिलाफ सड़कों पर उतरने से भी परहेज नहीं करेगा, इसकी जिम्मेदारी भाजपा सरकार की होगी।