14 July “”Resentment among brahmins against the government””

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने एटा में मेडीकल कॉलेज देकर एक बड़ी सौगात दी थी जिसको लेकर एटा के लोगो ने एक खुशी का माहौल था,जिसे लेकर लोगो ने लोकसभा चुनाव में एटा संसद को ऐतिहासिक जीत देकर समर्थन दिया था लेकिन ये जनप्रतिनिधि और ये सरकार इस मेडीकल कॉलेज को अरबों रुपये की लगभग 17 एकड़ मतलब 85 बीघा जमीन दान में देने वाली ब्राह्मण संस्था से किया गया वादा ही भूल गई जबकि शाशन की मंशानुसार एटा के तत्कालीन डीएम अमित किशोर ने मेडीकल कॉलेज का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकत्सा महाविद्यालय के नाम से शर्तानुसार प्रस्तावित कराया गया था, लेकिन यहां कर जनप्रतिनिधियों ने ब्राह्मण समाज को धोखे में रखकर गुमराह करते हुए मेडीकल कॉलेज का नाम वीरांगना अवन्तिबाई लोधी नाम रख दिया गया जिसका ब्राह्मणों का अन्य बिरादरियों ने भी समर्थन किया है जिसको लेकर ब्राह्मणों में आक्रोश पनप रहा है,और गुस्साए ब्राह्मणों ने इसका जमकर विरोध करते हुए आज सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुँचकर एटा डीएम को प्रधानमंत्री औऱ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।

आपको बता दें ये पूरा मामला नव निर्मित एटा मेडीकल कॉलेज का है जहाँ एटा जिला प्रशाशन मेडीकल कॉलेज प्रस्तावित होते ही मेडीकल कॉलेज के लिए इकट्ठी 80 बीघा जमीन तलाश की लेकिन एक जगह इकट्ठी 16 एकड़ जमीन( 80 बीघा) जमीन ना मिलने से वो प्रस्तावित मैडीकल कॉलेज एटा से खिसकने लगा और जिले के लोगों को मेडीकल कॉलेज के लिए पर्याप्त जगह ना होने के चलते ये मेडीकल कोलेज अन्य जिले में जाने का पता चलने पर एटा के लोगों को एटा मेडीकल का सपना अधूरा से लगने लगा तभी तत्कालीन एटा डीएम ने जिले के कई संगठनों से वार्ता की गई लेकिन वो 16 एकड़ जगह एक जगह नही मिल सकी तभी यहाँ की एक ब्राह्मणों की संस्था श्री गाँधी स्मारक इंटर कॉलेज संस्था आगे आई और उन्होंने मेडीकल कॉलेज का नाम भाजपा का निर्माण करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सा महाविद्यालय का नाम रखने की शर्त पर एटा मेडीकल कॉलेज को अपनी अरबों रुपये की लगभग 17 एकड़ जमीन यानि (85 बीघा जमीन) एटा मेडीकल कॉलेज के लिए शर्तानुसार बैनामा करते हुए निशुल्क दान दे दी, जिसमे लगभग 3 बर्ष पूर्व तत्कालीन एटा डीएम अमित किशोर से मेडीकल कॉलेज का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सा महाविद्यालय के नाम से रखने की शर्त रखी गई थी जिसके चलते मेडीकल कॉलेज को अरबों रुपये की 17 एकड़ जमीन दान में दे दी, जब मेडीकल बनकर तैयार हुआ तब यहाँ जन प्रतिनिधियों ने शाशन को गुमराह करते हुए धोखे से एटा चिकित्सा महाविद्यालय का नाम वीरांगना अवन्तिबाई लोधी मेडीकल कॉलेज का नाम रखवा दिया गया है,वही यदि क्षेत्रीय लोगो की मानें तो जिले में 1 साँसद और 2 लोधी विधायक है जिहोने संयन्त्र के तहत ये नाम वीरांगना अवन्तिबाई लोधी के नाम से रखा गया है वही स्थानीय लोगो का मानना है कि अरबों रुपये की जमीन देने वाली ब्राह्मणों की इस संस्था को ये हक मिलना चाहिए था जिन्होंने ये जमीन दान स्वरूप दी है।
वही इसी को लेकर ब्राह्मण समाज में आक्रोश पनप रहा है और सरकार और इन जनप्रतिनिधियों से नाराज ब्राह्मण समाज ने आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम संबोधित करते हुए एटा डीएम द्वारा ज्ञापन देकर शाशन और जिला प्रशाशन को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी समय है 15 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चचुअल तरीके से ओंन लाइन उद्धघाटन करेगे उससे पहले ही 15 जुलाई तक मेडीकल कॉलेज का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सा महाविद्यालय के नाम से कर दे नही तो जिले का ब्राह्मण ही नही अपितु पूरे प्रदेश का ब्राह्मण समाज सड़को पर होगा और एटा के ये जनप्रतिनिधि विधायक और साँसद और उत्तरप्रदेश सरकार 2022 के विधानसभा चुनावों में परिणाम भुगतने को तैयार रहे, अभी भी समय है सरकार और ये जन प्रतिनिधि अपनी गलती को भूल सुधार करते हुए इस एटा मेडीकल कॉलेज का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सा महाविद्यालय रखकर जिला प्रशाशन द्वारा किया गया अपना वादा पूरा करें और मेडीकल कॉलेज को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से नामकरण करके वाहवाही लूटें जिसका ब्राह्मण समाज ह्रदय से स्वागत करेगा, अब देखने की बात होगी कि ये जिले के जनप्रतिनिधि और उत्तरप्रदेश सरकार प्रदेश के ब्राह्मण समाज की बात को कितनी गंभीरता से लेती है या मामले को बंद बस्ते में डालती है।

रिपोर्टर- आर.बी.द्विवेदी एटा,09045501111, 07017400063

By Monika