July 13″”Nasbandi done on the pretext of corona vaccine””
एटा जिले में एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है…जहां स्वास्थ्य बिभाग की आशा बहिन ने थोड़े रुपये के लालच में कोरोना वैक्सीन लगवाने के बहाने अस्पताल लाकर एक मूक-बधिर युवक की धोखे से नसबंदी करा दी है। वही जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश त्रिपाठी ने CNN न्यूज़ चैंनल को बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कराई जा रही है जांच के बाद जो भी मामला सामने निकल कर आएगा,उसके बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी,वही पीड़ित परिजनों ने पुलिस थाने में आरोपी आशा के खिलाफ FIR दर्ज कराकर कार्यवाही की माँग की है।
हम आपको बता दें यह पूरा मामला एटा जिले के अवागढ़ ब्लॉक के गांव बिशनपुर गाँव का है यहां एक मूक-बधिर युवक को कोरोना वैक्सीन लगवाने के बहाने अस्पताल लाकर आशा नीलम देवी ने युवक की नसबंदी ही करा डाली है, इतना ही नहीं आरोपी आशा बेहोशी की हालत में युवक को उसके घर छोड़कर फरार हो गई। वही युवक की गंभीर हालत को देखते हुए परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे गंभीर देख उसे आगरा रेफर कर दिया है, बताया जाता है कि युवक के भाई ने आशा नीलम देवी के खिलाफ कोतवाली अवागढ़ में धोखाधड़ी की तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। वही पीड़ित के बड़े भाई अशोक ने कोतवाली अवागढ़ में दी गयी तहरीर लिखा है कि आशा उसके घर आई थी और भाई को कोरोना की वेक्सीन लगवाने की कह कर मेरे मूक बधिर भाई को अस्पताल भेजने की बात कही,तभी अपने साथ मेरे भाई को ले जाकर वैक्सीन न लगवा कर उसकी धोखे से नसबंदी करा दी है, वही अब एटा सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी आशा नीलम को बचाते हुए जाँच के बाद कड़ी कार्यवाही की बात कह रहे है।
वही जब इस पूरे मामले की युवक के परिजनों को जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए, कि पीड़ित मूक बधिर युवक को आशा ने कोरोना वैक्सीन न लगवा कर उसकी नसबंदी ही करा दी है तो उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। वही पीड़ित के भाई अशोक ने बताया कि उसके भाई की हालत ठीक नहीं थी इस पर उसे जिला अस्पताल लेकर गए यहां से भाई को आगरा रेफर कर दिया गया है इतना ही नहीं पीड़ित युवक के भाई की माने तो जब इसकी थाना अवागढ़ में शिकायत की गई तो आरोपी आशा ने उन्हें ₹20,000/ बीस हजार रुपये देकर फैसला करने और मामले को रफा-दफा करने की बात कह रही है। वहीं जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO)डॉ उमेश त्रिपाठी ने फोन पर बात करते हुए बताया कि आशा द्वारा कोरोना वैक्सीन लगवाने के बहाने नसबंदी कराने का मामला संज्ञान में आया है जांच कराई जा रही है जांच के बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा उसी के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टर- आर.बी.द्विवेदी एटा,09045501111, 07017400063