सब रजिस्टार ने मौके पर पहुंचकर किया मौका मुआयना
बदायूं। करोड़ो की सम्पत्ति को भूमफियाओ ने कोड़ियों में खरीदकर सरकारी राजस्व को भारी छति पहुंचाई गई है।बताया जा रहा है कि रजिस्टार ने भी इसका बैनामा कर दिया।खड़ी बिल्डिंग का बैनामा प्लाट में होने के बाद हड़कम्प मचा हुआ है। शिकायत मिलने के बाद बुधवार को सब रजिस्टार ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की है।वही भूमाफिया आपसी सांठ गांठ करने में जुटे हुए है।
भाजपा सरकार आयी और जब योगी जी ने मुख्यमंत्री की कुर्सी सम्भाली तो भूमाफियाओं को शख्त हिदायत दी गयी थी कि किसी प्रकार की माफियागिरी माफ नही की जाएगी ।इतना ही नही बड़े बड़े भूमफियाओ के खिलाफ योगी सरकार ने बड़े बड़े फैसले लिए और सैकड़ो को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया लेकिन बदायूं में आज भी भूमाफियाओं को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है जो रात दिन एक कर सरकारी राजस्व को चूना लगाने से बाज नही आ रहे है।ऐसा ही एक मामला कोतवाली सदर क्षेत्र छः सडका के पास बनी सालों पुरानी श्री कृष्ण धर्मशाला पर भूमाफियाओं की नजर सालों से थी।कुछ समय पहले मामला सामने आया लेकिन दबा लिया गया।बताया जा रहा है कि भूमाफियाओं ने रजिस्टार को गुमराह व आपसी सांठ गांठ कर सालो पुरानी श्री कृष्ण धर्मशाला का बैनामा प्लाट में करा लिया।जब बुधवार को
धर्मशाला की बिल्डिंग को चुपचाप तरीके से तोड़ते हुए लोगो ने देखा तो हड़कम्प मच गया इसकी शिकायत जिले के आलाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री व अन्य उच्चाधिकारियों से गयी तो राजस्व विभाग में हदकम्प मच गया।बताया जा रहा है कि शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सव रजिस्टार सुशील कुमार मौके पर पहुंच गए और मौका मुआयना किया।इधर भूमाफिया आस पास लगे रहे।आरोप है कि भूमाफिया किसी हद को पार करते हुए आपसी सांठ गांठ करने की जोड़ तोड़ में लगे रहे।अब देखना यह है कि भूमाफियाओं पर कार्रवाई की जाएगी या फिर रजिस्टार भूमाफियाओं से मिलकर श्रीकृष्ण धर्मशाला पर कब्जा करा देंगे।
इनसेट
पचास करोड़ की सम्पत्ति भूमफियाओ ने 5 करोड़ में खरीदी
बदायूं। श्रीकृष्ण धर्मशाला की जो आप है वह 17 सौ वर्ग स्क्वायर फिट की है।जिसमें से 12 सौ स्क्वायर फिट का बैनामा किया जा चुका है।बताया जा रहा है कि जिसकी सरकारी कीमत ही 50 करोड़ की है लेकिन भूमाफियाओं ने इसको मात्र 5 करोड़ में खरीद लिया।जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान होता नजर आ रहा है।
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भूमाफियाओं पर होना था मुकदमा ,हो गया बैनामा
बदायूं। जिन भूमाफियाओं का नाम पहले ही सामने आया और उनके खिलाफ थाने में मुकदमा लिखा जाना चाहिए था लेकिन मुकदमा की जगह उनके नाम बैनामा हो गया।जिससे क्षेत्र में इसकी व्यापक चर्चा है।