
आजमगढ़, 21 दिसम्बर।
जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार के विशेष प्रयास से कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष के सामने कियोस्क मशीन स्थापित की गई है। यह कियोस्क मशीन जनपदवासियों के लिए एक डिजिटल समाधान के रूप में कार्य कर रही है, जिससे नागरिक केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी एक ही स्थान पर प्राप्त कर सकते हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि बीते 10 दिनों में कियोस्क मशीन के माध्यम से 204 लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ली, साथ ही सरकारी योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालिया जनपद भ्रमण के दौरान कियोस्क मशीन का अवलोकन किया और इस नवाचार की सराहना भी की।
कियोस्क मशीन के माध्यम से नागरिक सरकारी योजनाओं की नवीनतम जानकारी, पात्रता, लाभ, आवश्यक दस्तावेज तथा आवेदन प्रक्रिया को आसानी से देख सकते हैं। इसमें उपलब्ध क्यूआर कोड सुविधा से योजनाओं के आवेदन लिंक और सहायता सेवाओं तक त्वरित पहुँच संभव हो पाती है।

जिलाधिकारी ने बताया कि कियोस्क में उपलब्ध संवेदनशील चैटबॉट आमजन के प्रश्नों का उत्तर देता है और उपयोगकर्ता की आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त योजनाओं का सुझाव भी देता है। यह कियोस्क कई भारतीय भाषाओं का समर्थन करता है, जिससे विभिन्न भाषाई पृष्ठभूमि के नागरिक भी इसका सरलता से उपयोग कर सकते हैं।

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि कियोस्क मशीन के माध्यम से कार्यशालाओं की समय-सारिणी, स्थान और कार्यसूची की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही स्वयं-पंजीकरण भी किया जा सकता है। साथ ही मुख्यमंत्री के कस्टम फ्रेम के साथ सेल्फी लेने की सुविधा इसे जनसामान्य के लिए और अधिक आकर्षक बनाती है, जिससे सहभागिता के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का प्रचार भी होता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह कियोस्क मशीन सरकारी योजनाओं की सत्यापित और समान जानकारी उपलब्ध कराती है, जिससे कार्यालयों और एजेंटों पर निर्भरता कम होती है। इससे डिजिटल प्रशासन को मजबूती मिलती है, मैनुअल कार्यभार घटता है और पारदर्शिता के साथ सेवा वितरण में सुधार होता है।

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि कियोस्क मशीन विकसित करने वाली कंपनी वर्चुबॉक्स को डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है और पूरे भारत में 6000 से अधिक स्थानों पर कियोस्क स्क्रीन स्थापित की जा चुकी हैं। यह मशीन सरल, विश्वसनीय और उच्च सहभागिता को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है।