पशु चिकित्सक पर मेनका गांधी के गुस्से का ऑडियो वायरल होने पर बदायूं जिले के पशु प्रेमी और मदद – एक कारवां के अध्यक्ष विकेंद्र शर्मा ने कहा कि ऐसा गुस्सा आना तो लाजमी है। कही भी किसी पशु चिकित्सक की तरफ से किसी पशु के लिए कोई हमदर्दी नहीं है। वो सब खाना पूर्ति करते हैं। आए दिन पशु उपचार के अभाव में मर रहे हैं। किसी का पालतू पशु उसके बच्चे के समान होता है और अगर किसी का बच्चा किसी डॉक्टर की लापरवाही से मरता है तो बच्चे की मां का उस डॉक्टर पर गुस्सा करना या फिर उल्टा सीधा बोलना स्वाभाविक है। ऐसे में मेनका गांधी तो पूरे देश के लिए इन बेजुवानो की मां बनी हुई हैं। जब कही भी कोई भी किसी बेजुवान के लिए नहीं सुनता तो सबको मेनका गांधी की याद आती है। अगर सभी लोग अपनी अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाने लगे तो शायद ऐसे किसी पर गुस्सा करने की नौबत ही ना आए। देश में जितने पशु प्रेमी हैं जो पशुओं की सेवा कर रहे हैं उतने तो डॉक्टर भी नहीं। हर पशु प्रेमी कहीं न कहीं इन पशु चिकित्सकों की ही मदद कर रहा है।