
मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक : हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा और हेलीपैड निर्माण पर चर्चा
बरेली, 25 सितम्बर 2025। गुरुवार को विकास भवन में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त भूपेंद्र चौधरी ने की। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायलों को शीघ्र चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने हेतु हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा शुरू करने पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। इसके साथ ही मंडलायुक्त ने मुख्य राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य राजमार्गों पर सरकारी भूमि पर प्राथमिकता के आधार पर हेलीपैड निर्माण के प्रस्ताव अनुमोदित करने के निर्देश दिए।

सड़क सुरक्षा और प्रवर्तन पर सख्त निर्देश
मंडलायुक्त ने सभी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों (प्रवर्तन) को सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना हेलमेट चलने वाले दोपहिया वाहन चालकों पर अनिवार्य रूप से चालान किया जाए।
बैठक में 1 जनवरी से 31 अगस्त तक की सड़क दुर्घटनाओं का विश्लेषण प्रस्तुत किया गया। इसमें पाया गया कि पीलीभीत को छोड़कर अन्य तीन जिलों (बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर) में दुर्घटनाओं की रोकथाम और नियंत्रण पर संतोषजनक कार्य हुआ है।

राहगीर योजना और रोड इंजीनियरिंग सुधार
आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा ‘राहगीर योजना’ लागू की गई है। इसके तहत सड़क दुर्घटना पीड़ितों को ‘गोल्डन आवर’ में अस्पताल पहुँचाकर उनकी जान बचाने पर विशेष बल दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ब्लैक स्पॉट्स पर अल्पकालिक सुधारात्मक कार्यों के साथ-साथ मार्किंग, रोड सिगनेज, स्पीड टेबल और रोड इंजीनियरिंग संबंधी दीर्घकालिक सुधार भी कराए जा रहे हैं।

जिलाधिकारियों को मिले निर्देश
मंडलायुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि
- पैदल पथ पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो।
- राष्ट्रीय राजमार्गों पर ई-रिक्शा और ऑटो का संचालन पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाए।
- युवाओं को जोड़ने के लिए ‘सड़क सुरक्षा मित्र’ चयन की प्रक्रिया तेज की जाए।

बरेली में हादसों में कमी, पीलीभीत में बढ़ोतरी
बैठक में यह तथ्य सामने आया कि बरेली जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है, जो एक सकारात्मक पहल है। लेकिन पीलीभीत जिले में हादसों की संख्या बढ़ी है। इसे देखते हुए मंडलायुक्त ने सख्त निर्देश दिए कि पीलीभीत में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए और जो लोग हेलमेट नहीं पहनते उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

👉 यह बैठक सड़क सुरक्षा को लेकर मंडल प्रशासन की गंभीरता को दर्शाती है। हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा और हेलीपैड निर्माण जैसे फैसले भविष्य में आपातकालीन स्थितियों में जन-जीवन बचाने में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।