हेल्थ सेक्टर में 137 फीसदी की बढ़ोतरी।94000 करोड़ से बढ़कर दो लाख 22 हजार करोड़ हुआ हेल्थ बजट।बैंक खाता धारकों के लिए इंश्योरेंस की रकम को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया गया।बैंकों के बंद होने पर ग्राहकों के नुकसान का भुगतान किया जा सकेगा।2021-22 का राजकोषीय घाटा GDP अनुपात में 9% से ऊपर जा सकता है यानी करीब 18 लाख करोड (200 लाख करोड़ के जीडीपी पर)।अगले साल राजकोषीय घाटा 6.8 % संभावित।बीमा कंपनियों में विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाकर 74% की गई।विदेशी कंपनियां के नियंत्रण वाली कंपनियों की इजाजत, इससे बीमा उत्पादों में इन्नोवेशन को बढ़त.; पूंजी की कमी दूर होगी।अगले 3 साल में 3 हजार किमी नई सड़कें बनेंगी, बंगाल में ही नई सड़कों पर 25 हजार करोड़ खर्च होंगें।सरकार ने एयरपोर्ट, सड़क, बिजली ट्रांसमिशन लाईन और वेयरहाउस बेचने का फ़ैसला किया है।