भिवाडी, 19 सितम्बर। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (RSPCB) और राहगीरी फाउंडेशन के सहयोग से भिवाड़ी में “ब्रीथ ऑफ चेंज” अभियान की शुरुआत की। इस बहु-आयामी पहल का उद्देश्य एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में स्वच्छ हवा के लिए प्रणालीगत बदलाव लाना है।
अभियान के तहत शहर के अधिकारियों और इंजीनियरों के लिए एक दिवसीय इंटरैक्टिव तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें नीमराना और भिवाड़ी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का मुख्य फोकस “कंप्लीट स्ट्रीट्स” विकसित करने पर रहा, ताकि धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके और वायु गुणवत्ता में स्थायी सुधार लाया जा सके।
CAQM रिसोर्स हब को प्रशिक्षण और प्रदर्शन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जो सड़क डिजाइन सुधार, हरियाली बढ़ाने, सफाई प्रोटोकॉल मजबूत करने तथा पैदल यात्री, साइकिल और सार्वजनिक परिवहन केंद्रित प्रणाली को प्रोत्साहन देने पर केंद्रित रहेगा। विशेषज्ञों ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का 18-38% योगदान सड़कों और खुले क्षेत्रों की धूल से तथा 20-41% योगदान वाहनों के उत्सर्जन से होता है। ऐसे में “धूल और धुएं” पर नियंत्रण स्वच्छ हवा की दिशा में सबसे बड़ा कदम है।
CAQM वैज्ञानिक डॉ. रमेश कुमार ने कहा, “‘ब्रीथ ऑफ चेंज’ कार्यशाला हमारे इंजीनियरों और अधिकारियों को ठोस समाधान लागू करने के उपकरण देती है। यह एक्शन का आह्वान है, जिसकी सफलता सामूहिक प्रतिबद्धता पर निर्भर करती है।”
राहगीरी फाउंडेशन की निदेशक निधि मदान ने कहा, “यह पहल भिवाड़ी के लिए अधिक मानव-केंद्रित शहरी भविष्य की दिशा में बड़ा कदम है। हमारी स्ट्रीट ऑडिट एक्सरसाइज और तकनीकी क्षमता निर्माण सत्र अधिकारियों को सड़कों को लोगों के लिए सुरक्षित और स्वच्छ बनाने में सक्षम बनाएंगे।”
यह आयोजन एनसीआर के नौ चिन्हित शहरों—जिनमें भिवाड़ी और नीमराना भी शामिल हैं—में सड़क धूल नियंत्रण के लिए तैयार की गई कार्ययोजनाओं को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके लिए चालू वित्तीय वर्ष हेतु वित्तीय प्रतिबद्धताएं भी सुनिश्चित की जा चुकी हैं।
